Afghansitan: काबुल में दो महिला सुप्रीम कोर्ट जजों की हत्या, ऑफिस जाते वक्त मारी गई गोली
Kabul Shooting: काबुल। अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में दो महिला सुप्रीम कोर्ट जजों की हत्या कर दी गई है। रविवार सुबह अज्ञात बंदूकधारियों ने महिला जजों को गोली मार दी। गोलीबारी में एक अन्य व्यक्ति घायल हुआ है।
एक तरफ अफगानिस्तान सरकार और तालिबान के बीच शांतिवार्ता शुरू होने के बावजूद हाल के दिनों में हिंसा की घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं। खास तौर पर राजधानी काबुल नई तरह की हिंसा का शिकार हो रहा है जिसमें हाई प्रोफाइल लोगों को निशाना बनाकर उनकी हत्या की जा रही है। पिछले कुछ महीनों में राजनेता, पत्रकार, वकील और डॉक्टर की हत्या की जा चुकी है। सितम्बर 2020 में कतर की राजधानी दोहा में तालिबान के साथ शांति वार्ता शुरू हुई थी।
ऑफिस
जाते
वक्त
हुआ
हमला
दोनों
महिला
जजों
की
हत्या
ऐसे
समय
में
की
गई
है
जब
दो
दिन
पहले
ही
अमेरिका
ने
घोषणा
की
थी
कि
वह
अफगानिस्तान
में
अपने
सैनिकों
की
संख्या
को
घटाकर
2500
करेगा।
ये
अफगानिस्तान
पर
अमेरिका
के
हमले
के
दो
दशक
बाद
से
अब
तक
की
सबसे
कम
संख्या
है।
महिला जजों पर हमला उस समय हुआ जब वे कोर्ट की गाड़ी से अपने ऑफिस आ रही थी। इसी दौरान अज्ञात बंदूकधारी ने गाड़ी पर फायरिंग शुरू कर दी जिसमें दो महिला जजों की मौत हो गई जबकि उनका ड्राइवर घायल हुआ है। हमला राजधानी काबुल के पीडी 10 इलाके में हुआ है।
सुप्रीम कोर्ट के प्रवक्ता ने बताया कि "दुर्भाग्यपूर्ण हमले में हमने दो महिला जजों को खो दिया है। उनका ड्राइवर घायल है।" काबुल पुलिस ने भी हमले में महिला जज की मौत की पुष्टि की है।
सुप्रीम
कोर्ट
में
200
महिला
कर्मचारी
वर्तमान
समय
में
अफगानिस्तान
की
सुप्रीम
कोर्ट
में
महिला
जजों
समेत
200
महिला
कर्मचारी
काम
कर
रही
हैं।
तालिबान
हमेशा
से
महिलाओं
के
बाहर
निकलने
और
उनके
काम
करने
का
विरोध
करता
रहा
है।
हालांकि
अभी
तक
तालिबान
समेत
किसी
भी
गुट
ने
इस
हमले
की
जिम्मेदारी
नहीं
ली
है।
2017 में अफगानिस्तान की सुप्रीम कोर्ट पर बड़ा हमला हुआ था। एक आत्मघाती हमलावर ने सुप्रीम कोर्ट परिसर में खुद को बम से उड़ा लिया था जिसमें 20 लोग मारे गए थे जबकि 41 लोग घायल हुए थे।
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