आतंकियों के लिए उम्रकैद है बेहद जरूरी, काबुल एयरपोर्ट पर धमाका करने वाला आत्मघाती आतंकी था भारत में कैद
आईएसआईएस-के पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन है, जिसका प्रोपेगेंडा मैगजीन कश्मीर में कुछ लोगों के पास पाया गया था।
नई दिल्ली, सितंबर 18: आतंकवादियों के लिए कड़ी से कड़ी सजा का होना क्यों जरूरी है, वो आप उस आतंकी की कहानी सुनकर जान जाएंगे, जो भारत में पांच सालों तक कैद था और बाद में अफगानिस्तान भेज दिया गया था। आपको याद होगा, पिछले महीने अफगानिस्तान की राजधानी में भीषण आत्मघाती हमला हुआ था, जिसमें करीब 200 लोगों की मौत हो गई थी और अब इस्लामिक स्टेट ने दावा किया है कि जिस आतंकवादी ने काबुल एयरपोर्ट पर हमला किया था, वो भारत में सजायाफ्ता कैदी था।
भारत में कैद था आतंकी
आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट खुरासान ने दावा किया है कि पिछले महीने काबुल एयरपोर्ट पर हमला करने वाला आत्मघाती हमलावर पांच साल पहले दिल्ली में पकड़ा गया था। आईएसआईएस-के ने अपनी प्रचार पत्रिका में कहा है कि भारत की एक जेल में रहने के बाद उसे अफगानिस्तान भेज दिया गया था। आईएसआईएस-के ने इस साल 26 अगस्त को काबुल में हामिद करजई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के बाहर आत्मघाती हमला किया था। काबुल हवाईअड्डे पर निकासी अभियान के दौरान हुए इस हमले में 200 से ज्याजा लोग मारे गए थे, जिनमें १३ अमेरिकी समुद्री सैनिक भी शामिल थे।
अब्दुर रहमान अल-लोगरी था नाम
आईएसआईएस-के ने दावा किया है कि अब्दुर रहमान अल-लोगरी नाम के आत्मघाती हमलावर को भारत में पांच साल पहले गिरफ्तार किया गया था, जब वह "कश्मीर का बदला लेने के लिए" हमला करने के लिए दिल्ली गया था। इस बीच आईएसआईएस-के 2020 से ही अपनी प्रोपेगेंडा मैग्जीन प्रकाशित कर रहा है। फरवरी 2020 में दिल्ली दंगों के दौरान भी इस आतंकी संगठन ने एक पत्रिका का प्रकाशन किया गया था। बाद में दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ ने आईएसआईएस-के के साथ कथित रूप से संबंध रखने के आरोप में एक कश्मीरी जोड़े, जहांजैब सामी (36) और उसकी पत्नी हिंडा बशीर बेघ (39) को गिरफ्तार किया था। एनआईए द्वारा मामले को संभालने और उन सभी को चार्जशीट करने से पहले इसी तरह के आरोपों पर तीन और लोगों को गिरफ्तार किया गया था। अब तक पूरे भारत से आईएसआईएस-के की प्रोपेगेंडा मैगज़ीन से जुड़े एक दर्जन से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
काबुल में आत्मघाती हमला
आपको बता दें कि पिछले महीने आईएसआईएस-के के आतंकियों ने काबुल एयरपोर्ट के बाहर भीषण आत्मघाती हमला किया था, जिसमं 13 अमेरिकी सैन्य अधिकारियों के साथ करीब 200 लोगों की मौत हो गई थी। आईएसआईएस-के आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट का ही एक हिस्सा है, जिसमें पाकिस्तान के रहने वाले आतंकवादी सामिल हैं और ये संगठन अफगानिस्तान में दर्जनों बम धमाकों को अंजाम दे चुका है। वहीं ये संगठन भारतीय कश्मीर में भी धमाके करने की प्लानिंग करता रहा है और अपनी प्रोपेगेंडा मैग्जीन भारत में भेजता रहा है।
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