सद्दाम हुसैन को फांसी की सजा सुनाने वाले जज को मिली मौत
खबरों के मुताबिक, रौउफ अब्दुल रहमान को आईएसआईएस ने 16 जून को बंदी बना लिया था। और दो दिनों के बाद उनकी हत्या कर दी। सद्दाम के सहायक रह चुके इज्जत इब्राहम अल- दौउरी ने इस बाद की पुष्टि की थी, जज रहमान आतंकियों के कब्जे में हैं। इज्जत इब्राहम अल- दौउरी आईएसआईएस के प्रमुख नामों में एक हैं।
सद्दाम हुसैन के मुद्दे पर पहले रिजगार अमीन को न्यायाधीश के तौर पर रखा गया था। लेकिन बाद में इन पर सद्दाम हुसैन और इनके सहयोगियों के प्रति ढ़ीले रवैया अपनाने का आरोप लगा दिया गया। जिसके बाद जनवरी 2006 से रहमान ने सद्दाम के केस की कमान संभाली थी।
रहमान ने सद्दाम पर मानवता के विरूद्ध क्रइम करने और दुजैल शहर में 148 लोगों को मौत की घाट उतारने की जुर्म में फांसी की सजा सुनाई थी। हालांकि कुछ लोगों का कहना है कि रहमान ने पक्षपातपूर्ण फैसला लिया था। क्योंकि सद्दाम द्वारा किए हमले में उनके परिवार के लोगों की हत्या भी की गई थी।
इस सुन्नी तानाशाह को उस वक्त फांसी दी गई थी, जब पूरे देश में बाकि की सुन्नी समुदाय अपना धार्मिक त्यौहार ईद-अल-अधहा मना रहे थे।