इंडोनेशिया: बड़ी जीत की ओर बढ़ रहे हैं राष्ट्रपति जोको विडोडो, विरोधी सर्वे के नतीजों से नाराज
जकार्ता। इंडोनेशिया में 17 अप्रैल को हुए राष्ट्रपति चुनाव के शुरुआती नतीजों के मुताबिक मौजूदा राष्ट्रपति जोको विडोडो विशाल जीत की ओर बढ़ रहे हैं। यह तय हो चुका है कि विडोडो पांच साल के लिए दोबारा इस पद की जिम्मेदारी संभालने के लिए तैयार हैं। इंडोनेशिया के पांच अलग-अलग सर्वे के नतीजों में साफ है कि विडोडो अपने प्रतिद्वंदी और राष्ट्रवादी नेता प्राबोवो सुबियांतो के खिलाफ बढ़त ले चुके हैं। सुबियांतो, सुहार्तो के शासन में सेना के जनरल थे। वहीं सर्वे के नतीजों के बाद सुबियातों के समर्थकों में काफी गुस्सा है। पुलिस ने इन समर्थकों को चेतावनी दी है कि वे किसी भी तरह का विरोध प्रदर्शन न करें।
साल 2014 से भी ज्यादा वोट मिले विडोडो को
इन सर्वे ने कुछ चुनिंदा मतदान केंद्रों के नमूने लेकर वोटों की एक 'क्विक काउंटिंग' की है। पिछले चुनावों में भी इनके आकलन भरोसेमंद साबित हुए हैं। नमूना मतदान केंद्रों के 80 प्रतिशत का औसत विडोडो को 54 से 56 प्रतिशत वोट मिलते नजर आ रहे हैं। यह उन्हें 2014 में मिले मत प्रतिशत से बेहतर स्थिति है। वर्ष 2014 में भी सुबियांतो, विडोडो से राष्ट्रपति चुनाव हार गए थे। दुनिया की सबसे ज्यादा मुस्लिम आबादी वाले देश इंडोनेशिया के 2030 तक दुनिया की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में शामिल होने की उम्मीद है। विडोडो का दूसरा कार्यकाल देश के लोकतांत्रीकरण की दो दशक की यात्रा को और मजबूत बना सकता है। विडोडो पहले ऐसे इंडोनेशियाई राष्ट्रपति हैं, जो एलीट क्लास से नहीं आते हैं।
विडोडो को था जीत का अनुमान
मतदान खत्म होने के कुछ घंटों बाद ही अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए विडोडो ने कहा कि उन्हें अपनी बढ़त का अनुमान है। उन्होंने राष्ट्र से आग्रह किया कि चुनाव अभियान के विभाजन के बाद अब वह फिर से एकजुट हो जाए। उन्होंने कहा कि एग्जिट पोल के अनुमानों और त्वरित गणना के मुताबिक भी हम सब देख सकते हैं। लेकिन हमें चुनाव आयोग द्वारा आधिकारिक निर्णय की घोषणा करने तक धैर्य रखना चाहिए। बोर्नियो के जंगलों से लेकर जकार्ता की बस्तियों तक करीब 17,000 द्वीपों में 8,00,000 मतदान केंद्रों पर इंडोनेशिया के राष्ट्रपति पद और सांसदों के चुनाव के लिए बुधवार को मतदान हुआ। इंडोनेशिया में करीब 19 करोड़ से अधिक मतदाताओं ने ढांचागत परियोजनाओं के लिए सराहे जा रहे निवर्तमान राष्ट्रपति विडोडो और पूर्व सेना प्रमुख सुबियांतो में से एक को चुनने के लिए यह मतदान किया।
यह भी पढ़ें-लोकसभा चुनाव 2019 से जुड़े दिलचस्प आंकड़ें