जॉनसन एंड जॉनसन ने लिया बड़ा फैसला, इन दो देशों में नहीं करेगा बेबी पाउडर की बिक्री
वाशिंगटन। अमेरिकी कंपनी जॉनसन एंड जॉनसन ने मंगलवार को इस बात की घोषणा की है कि वह अमेरिका और कनाडा में अपने बेबी पाउडर की बिक्री नहीं करेगी। कंपनी ने इसके पीछे कई कारण बताए हैं। जैसे उपभोक्ताओं की आदत में बदलाव का आना और उसके प्रोडक्ट की सुरक्षा को लेकर फैल रही गलत सूचनाएं। कंपनी का कहना है कि इन कारणों के चलते उसके प्रोडक्ट की मांग काफी कम हो गई है। जॉनसन एंड जॉनसन के खिलाफ उपभोक्ताओं सहित अन्य लोगों ने 19,000 से अधिक मुकदमे किए हुए हैं।
बेबी पाउडर से कैंसर होने का आरोप
कंपनी पर ये आरोप लगाए गए हैं कि उसके बेबी पाउडर से कैंसर होता है। कई मामले कोर्ट में लंबित पड़े हैं। क्रिस्टल नामक एक शख्स का कहना है कि उनकी मां को बेबी पाउडर से मेसोथेलियोमा हो गया था। उन्होंने कहा कि 'काश इस दिन को देखने को लिए वो जिंदा होतीं।' उनकी मां की मौत 2009 में मेसोथेलियोमा से हो गई थी। अपने एक बयान में कंपनी ने कहा है कि वह बेबी पाउडर की सुरक्षा को लेकर आश्वस्त है।
दुनियाभर के बाजारों में बिकते रहेंगे ये पाउडर
बता दें जॉनसन एंड जॉनसन के बेबी पाउडर की कुल अमेरिकी उपभोक्ता स्वास्थ्य व्यवसाय में लगभग 0.5 फीसदी की हिस्सेदारी है। कंपनी ने बयान में कहा है कि जो मौजूदा इन्वेंट्री है, उसे खुदरा विक्रेताओं के माध्यम से बेचा जाएगा। वहीं कॉर्नस्टार्च-आधारित बेबी पाउडर की बिक्री उत्तरी अमेरिका में जारी रहेगी। इसके साथ ही दोनों प्रकार का बेबी पाउडर- टैल्क आधारित और कॉर्नस्टार्च-आधारित दुनियाभर के बाजारों में बिकता रहेगा। कंपनी ने ये भी कहा है कि उसके उत्पाद की सुरक्षा का समर्थन दुनियाभर के चिकित्सा विशेषज्ञों के वैज्ञानिक अध्ययन भी करते हैं।
पाउडर में एस्बेस्टस की मात्रा मिली थी
कंपनी ने कहा है कि वह अदालतों में सख्ती से उसके खिलाफ लागए गए निराधार आरोपों का बचाव करती रहेगी। रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, आंतरिक कंपनी रिकॉर्ड, परीक्षण गवाही और अन्य साक्ष्यों से इस बात का पता चलता है कि कम से कम साल 1970 से 2000 के दशक की शुरूआत तक, कंपनी के कच्चे टैल्क और पाउडर कभी-कभी एस्बेस्टस की थोड़ी मात्रा के लिए पॉजिटिव पाए गए थे।
33 हजार डिब्बे वापस मांगे थे
कंपनी साल 2014 से इस तरह के आरोपों का सामना कर रही है। बीते साल अक्टूबर में भी कंपनी ने अमेरिका में टेस्ट के लिए अपने 33 हजार डिब्बे वापस मांगे थे। हालांकि उसने ये भी कहा कि उसके उत्पाद में जांच के दौरान एस्बेस्टस के कोई संकेत नहीं मिले हैं। अमेरिकी फार्मा कंपनी जॉनसन एंड जॉनसन की भारत सहित दुनिया के कई देशों में अलग पहचान है। वह अपने बेबी पाउडर, शैम्पू और साबुन के जरिए एक खास पहचान बना चुकी है।
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