जॉनसन एंड जॉनसन वैक्सीन पर रोक लगाने की सिफारिश, खून के थक्के जमने की रिपोर्ट, 68 लाख लोगों को दी गई खुराक
जॉनसन एंड जॉनसन कोरोना वायरस वैक्सीन पर अमेरिकी एजेंसी ने अस्थाई रोक लगाने की सिफारिश कर दी है।
वॉशिंगटन, अप्रैल 14: सिंगल डोज वैक्सीन जॉनसन एंड जॉनसन को लेकर बुरी खबर सामने आ रही है। जॉनसन एंड जॉनसन वैक्सीन पर रोक लगाने की सिफारिश की गई है। खून के थक्के जमने की रिपोर्ट के बाद जॉनसन एंड जॉनसन के टीके पर अस्थाई रोक लगाने की सिफारिश की गई है। अमेरिका की रोग नियंत्रक और रोकथाम केन्द्र यानि सीडीसी और खाद्य और औषधि प्रशासन यानि एफडीए ने एक संयुक्त बयान जारी किया है, जिसमें जॉनसन एंड जॉनसन वैक्सीन पर अस्थाई रोक लगाने की सिफारिश की गई है।
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खून के थक्के जमने की रिपोर्ट
अमेरिका की सीडीसी और एफडीए ने संयुक्त बयान जारी करते हुए कहा है कि टीकाकरण के कुछ दिनों बाद 6 महिलाओं के खून में थक्क जमने और प्लेटलेट की संख्या घटने की रिपोर्ट आई है, जिसकी जांच की जा रही है। बयान में कहा गया है कि जॉनसन एंड जॉनसन वैक्सीन की खुराक अमेरिका में करीब 68 लाख लोगों को दी जा चुकी है और इसका ट्रायल तीन महाद्वीपों पर किया गया था। रिपोर्ट के मुताबिक ट्रायल में पाया गया था कि अमेरिका में कोरोना वायरस से गंभीर प्रभावित मरीजों पर जॉनसन एंड जॉनसन वैक्सीन करीब 85.9 फीसदी, दक्षिण अफ्रीका में 81.7 फीसदी और ब्राजील में 87.6 फीसदी सुरक्षित और प्रभावी है। ब्राजील के नये कोरोना वायरस वेरिएंट के खिलाफ भी ये वैक्सीन प्रभावी रही थी। रिपोर्ट के मुताबिक ट्रायल में सिर्फ 2.3 प्रतिशत ही गंभीर साइड इफेक्ट देखे गये थे।
कोरोना के नये स्ट्रेन पर कारगर ?
जॉनसन एंड जॉनसन वैक्सीन को लेकर सबसे बड़ा सवाल ये था कि क्या ये वैक्सीन कोरोना वायरस के अलग अलग स्ट्रेन के खिलाफ भी प्रभावी है। जिसपर कंपनी की तरफ से कहा गया था कि दक्षिण अफ्रीकी स्ट्रेन के खिलाफ जॉनसन एंड जॉनसन वैक्सीन करीब 57 फीसदी से ज्यादा प्रभावी है। हालांकि ये आंकड़ा अमेरिका के लिहाज से कम था लेकिन फिर भी FDA की तरफ से इसलिए इसे मंजूरी दी गई थी क्योंकि अमेरिका में 50% का मिनिमन प्रभावी आंकड़ा सरकार की तरफ से रखा गया है। इस वैक्सीन की सबसे खास बात ये है कि जहां फाइजर और मॉडर्ना वैक्सीन की दो खुराक दिए जाने की जरूरत होती है वहीं जॉनसन एंड जॉनसन वैक्सीन का बस एक खुराक ही दिए जाने की जरूरत होती है। लिहाजा जॉनसन एंड जॉनसन वैक्सीन के प्रोडक्शन और डिस्ट्रीब्यूशन पर कम भार आता है और वैक्सीन लगवाने वालों को भी परेशान नहीं होना पड़ता है। ऐसे में जॉनसन एंड जॉनसन वैक्सीन पर अस्थाई रोक किसी झटके से कम नहीं है।
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