अमेरिका पर दाग लगाने वाले Donald Trump और होंगे शर्मिंदा, बाइडेन ने खुफिया ब्रीफिंग पर लगाई रोक
Donald Trump Bars From Intelligence Briefing: वाशिंगटन डीसी। अमेरिका की कैपिटल बिल्डिंग में बीती 6 जनवरी को लोकतंत्र पर जिस तरह का हमला हुआ है उससे अमेरिका आज तक नहीं उबर पाया है। हमले के लिए जिम्मेदार ठहराए जा रहे पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ अब जो बाइडेन वह करने जा रहे हैं जो आज तक किसी पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ नहीं हुआ है। जो बाइडेन ने कहा है कि वह अपने पूर्ववर्ती को लेकर ऐतिहासिक परम्परा का पालन न करते हुए कोई भी खुफिया जानकारी नहीं देंगे।
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ट्रंप को नहीं दी जाएगी खुफिया जानकारी
राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा है कि वह डोनाल्ड ट्रंप को किसी भी तरह की खुफिया जानकारी दिए जाने से प्रतिबंधित करेंगे। बाइडेन ने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप भरोसे के लायक नहीं हैं। बाइडेन ने इसकी वजह ट्रंप का अनिश्चित व्यवहार बताया है। अमेरिका के इतिहास में ये पहली बार है जब किसी पूर्व राष्ट्रपति को इस तरह की ब्रीफिंग दिए जाने से रोका जा रहा है।
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति सिर्फ पूर्व राष्ट्रपति भर नहीं होते। कई पूर्व राष्ट्रपतियों की फैन फालोइंग तो बहुत ज्यादा है। ये दुनिया भर में अमेरिका के हितों के लिए दूसरे देशों के प्रतिनिधियों से मुलाकात करते हैं। इस दौरान वे अमेरिकी के एजेंडे को बढ़ाने में मदद करते हैं। पूर्व राष्ट्रपति अपने विचारों से लोगों को प्रभावित करते हैं। पूर्व राष्ट्रपति कई देशों में अपने कार्यकाल के दौरान बने संबंधों का भी अमेरिका के हितों के लिए इस्तेमाल करने में मदद करते हैं।
ट्रंप के व्यवहार से चिंतिंत हैं बाइडेन
इसके साथ ही वर्तमान राष्ट्रपति भी कई बार महत्वपूर्ण मुद्दों पर पूर्व राष्ट्रपतियों से सलाह भी लेते हैं जिसके चलते पूर्व राष्ट्रपतियों को खुफिया और अमेरिकी एजेंडे से जुड़ी जानकारियां साझा की जाती हैं। वर्तमान में पूर्व राष्ट्रपति जिम्मी कार्टर, बिल क्लिंटन, जॉर्ज डब्ल्यू बुश और बराक ओबामा को रेगुलर ब्रीफिंग दी जाती है।
सीबीएस न्यूज से बात करते हुए जो बाइडेन ने कहा कि ट्रम्प के अमेरिका में विद्रोह की वजह बने ट्रंप के व्यवहार ने उन्हें चिंतिंत किया है जिसकी वजह से उन पर दूसरी बार महाभियोग लगाया गया है।
खुफिया जानकारी ट्रंप के पास असुरक्षित
मुझे लगता है कि उसके लिए खुफिया ब्रीफिंग की कोई आवश्यकता नहीं है, '' बिडेन ने कहा। "क्या मूल्य उसे एक खुफिया ब्रीफिंग दे रहा है? उस पर क्या असर होता है, इस तथ्य के अलावा कि वह फिसल सकता है और कुछ कह सकता है?
बाइडेन ने कहा कि मुझे लगता है कि उन्हें खुफिया जानकारी देने की कोई जरूरत नहीं है। आखिर उन्हें खुफिया ब्रीफिंग देने से क्या फायदा है ? आखिर वो क्या असर रखते हैं सिवाय इस बात के कि कभी भी उनकी जबान फिसल सकती है और वह कुछ भी कह सकते हैं ?
पहले से ही बन रही थी योजना
इस सप्ताह की शुरुआत में व्हाइट हाउस ने बताया था कि वह पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को खुफिया ब्रीफिंग दिए जाने की समीक्षा कर रहा है। व्हाइट हाउस ने जारी बयान में कहा गया था कि डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ सीनेट में महाभियोग की कार्यवाही शुरू होने वाली है ऐसे में ये देखा जाना जरूरी है कि उन्हें देश से जुड़ी खुफिया जानकारी दी जानी चाहिए या नहीं। वहीं कांग्रेस के दूसरे सदन हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव्स की खुफिया समिति के चेयरमैन डेमोक्रेट एडम शिफ ने पिछले महीने बाइडेन के शपथ ग्रहण के ठीक पहले कहा था कि डोनाल्ड ट्रंप को दी जाने वाली कोई भी खुफिया जानकारी रोक देनी चाहिए।
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