H-1B वीजा पर बैन बढ़ेगा! जो बाइडेन प्रशासन ने नहीं लिया है फैसला, लाखों भारतीय छात्र होंगे प्रभावित
H-1B वीजा बैन को लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन और बाइडेन प्रशासन ने अभी तक कोई फैसला नहीं किया है। माना जा रहा है एच-1बी वीजा बैन को बढ़ाया जा सकता है।
वाशिंगटन: H-1B वीजा बैन को लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन और उनके प्रशासन ने अभी तक कोई फैसला नहीं किया है। 31 मार्च तक एच-1बी वीजा वैन अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने लगाया था मगर जो बाइडेन ने वीजा बैन को हटाने पर अभी तक कोई फैसला नहीं लिया है। ऐसे में सवाल ये है कि क्या एच-1बी वीजा पर बैन 31 मार्च के बाद भी जारी रहने वाला है?
H-1B वीजा पर जारी रहेगा बैन?
जो बाइडेन प्रशासन ने सोमवार को एच-1बी वीजा बैन पर अभी तक कोई फैसला नहीं लेने के बारे में इशारा दिया है। डोनाल्ड ट्रंप ने 31 मार्च 2021 तक के लिए एच-1बी वीजा पर बैन लगाया था लेकिन सवाल ये उठ रहे हैं कि क्या जो बाइडेन 31 मार्च के बाद एच-1बी वीजा से बैन हटा लेंगे या फिर बैन जारी रहेगा, इसको लेकर अभी तक कोई फैसला नहीं लिया है। इसी साल जनवरी में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन ने एच-1बी वीजा पर बैन की अवधि मार्च तक ये कहते हुए बढ़ा दी थी कि अमेरिकी नागरिकों के लिए रोजगार प्रदान करना उनकी सरकार की पहली प्राथमिकता है। लेकिन, अभी तक ये स्पष्ट नहीं हो पाया है कि राष्ट्रपति जो बाइडेन एच-1बी वीजा बैन पर क्या फैसला करेंगे।
राष्ट्रपति बनने के बाद जो बाइडेन ने पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लिए गये दर्जनों फैसलों को पलट दिया है। इन फैसलों में कई फैसले इमीग्रेशन पॉलिसी और मुस्लिम वीजा बैन को लेकर भी थे। वहीं, जो बाइडेन प्रशासन ने ग्रीन कार्ड को लेकर भी फैसला कर लिया लेकिन एच-1बी वीजा को लेकर बाइडेन प्रशासन ने कोई फैसला नहीं किया है। माना तो ये भी जा रहा है कि फिलहाल जो बाइडेन प्रशासन एच-1बी वीजा पर बैन की अवधि बढ़ाए जाने के पक्ष में है। यूएस होमलेंड सिक्योरिटी सेक्रेटरी एलेक्जेंड्रो मयोरकास ने कहा है कि व्हाइट हाउस ने एच-1बी वीजा बैन को लेकर अभी तक कोई फैसला नहीं किया है। उन्होंने एच-1बी वीजा बैन पर पूछे गये एक सवाल पर व्हाइट हाउस में पत्रकारों से कहा कि 'उन्हें इसके बारे में कुछ भी पता नहीं है। उनके पास काफी काम होते हैं और कई काम ऐसे हैं, जिनमें सुधार करने की जरूरत है। हम अभी सबसे जरूरी मुद्दों पर जल्द से जल्द काम करने की कोशिश कर रहे हैं'
एच-1बी पर एप्लीकेशन प्रोसेस जारी
एक तरफ जो बाइडेन प्रशासन एच-1बी वीजा पर बैन हटाने को लेकर कोई फैसला नहीं कर पाया है वहीं दूसरी तरफ यूएस सिटिजनशिप एंड इमीग्रेशन सर्विस ने एच-1बी वीजा पर नये एप्लीकेशन फॉर्म पर काम जारी है। पिछले महीने डिपार्टमेंट ने बयाया था कि उसे 65000 एच-1बी वीजा विदेशियों को देने हैं मगर उससे काफी ज्यादा आवेदन उन्हें प्राप्त हुए हैं। वहीं, 20 हजार एच-1बी उन लोगों को दिए जाने हैं, जिन्होंने अमेरिका में रहकर हायर एजुकेशन की पढ़ाई की है। और अब डिपार्टमेंट ये प्राप्त आवेदनों की छंटनी करने में जुटा हुआ है।
कितने लोगों को मिलता है H-1B वीजा
यूएससीआईसी हर साल 65 हजार तक एच-1बी वीजा जारी करता है। इसके साथ ही 20 हजार एच-1बी वीजा उन विदेशी छात्रों को भी जारी किए जाते हैं, जिन्होंने अमेरिका के किसी यूनिवर्सिटी से साइंस, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग या फिर मैथ्स की पढ़ाई की हो। यूएससीआईसी ने एच-1बी के लिए नोटिस जारी करते हुए कहा है कि उसकी पहली प्राथमिकता अमेरिकन्स की आर्थिक सेहत और उनकी रोजगार का ध्यान रखना है। इसके साथ ही एच-1बी वीजा आवंटन में हम ये ध्यान रखेंगे कि कि उन लोगों का सलेक्शन हो सके जो काफी ज्यादा क्वालीफाइड हों।
क्या होता है एच-1बी वीजा
आपको बता दें कि एच-1बी वीजा एक गैर-प्रवासी वीजा है, जो अमेरिकी कंपनियों को विशेषज्ञता के आधार पर विदेशी कर्मचारियों को नौकरी पर रखने की अनुमति देता है, जिसके लिए अतिविशिष्ट ज्ञान और किसी खास क्षेत्र में स्नातक या उच्च डिग्री की जरूरत पड़ती है। पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने 2015 में यह आदेश जारी किया था, जिसमें कुछ श्रेणियों के एच-4 वीजाधारकों खासतौर से ग्रीन कार्ड का इंतजार कर रहे एच-1बी वीजाधारकों के जीवनसाथियों को अमेरिका में रहकर काम करने की अनुमति का प्रावधान है। इस वीजा के जरिए प्रौद्योगिकी कंपनियां भारत और चीन जैसे देशों से हर साल दसियों हजार कर्मचारियों की भर्ती करती हैं।