रक्षा संबंधों को और मजबूती देने के लिए भारत के साथ 2+2 वार्ता चाहता है जापान
टोक्यो। भारत के साथ रक्षा संबंधों को और मजबूत बनाने के मकसद से जापान चाहता है कि जल्द से जल्द 2+2 डायलॉग का आयोजन कराया जाए। मंगलवार को सरकार के प्रवक्ता की ओर से जानकारी दी गई है कि जापान भारत के साथ रक्षा और सुरक्षा संबंधों को आगे बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। इस वजह से दोनों देशों के बीच रक्षा और विदेश मंत्रियों की मुलाकात 2+2 वार्ता के लिए अति शीघ्र हो सकती है। अधिकारियों की ओर से कहा है कि पिछले एक दशक में भारत और जापान के बीच द्विपक्षीय आर्थिक संबंधों के बीच सहयोग हमेशा से ही सबसे अहम रहे हैं। इन दोनों ही क्षेत्रों में देशों के बीच आपसी सहयोग बढ़ रहा है।
जापान के विदेश मंत्री ने की सुषमा से मुलाकात
जापान के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता नातसुको साकाता ने विदेश मंत्री तारो कानो की भारतीय नेताओं से मुलाकात के बाद मीडिया को इसकी जानकारी दी। इस दौरान ही उन्होंने वार्ता के बारे में भी कई अहम टिप्पणियां कीं। सकाता ने बताया कि भारत और जापान दोनों ही पिछले वर्ष अक्टूबर में पीएम मोदी की यात्रा के दौरान इस वार्ता के लिए राजी हुए थे। सकाता की मानें तो भारत के आम चुनावों के बाद ही यह वार्ता संभव हो पाएगी। जापान प्रस्तावित एक्यिूजीशप एंड क्रॉस सर्विसिंग एग्रीमेंट (एसीएसए) को लेकर वार्ता शुरू करना चाहता है। इस प्रस्ताव का मकसद भारत की सेनाओं और जापान की सेल्फ डिफेंस बल के बीच क्रॉस सर्विसिंग एग्रीमेंट को बढ़ावा देना है। सकाता ने बताया कि भारत के लिए इस प्रस्ताव में बदलाव भी किए जा सकते हैं। कानो ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाकात करने के दौरान साइबर सिक्योरिटी पर भी चर्चा की थी। इसके अलावा दोनों देशों के बीच पहले स्पेस डायलॉग पर भी प्रस्ताव दिया गया है।