चीन के खिलाफ भारत के साथ आया जापान, साझा करेगा गुप्त सूचनाएं
टोक्यो। चीन के खिलाफ अब जापान और भारत एक कदम और साथ आने को तैयार हैं। जापान ने तय किया है कि वह भारत के साथ एक बड़ा समझौता करेगा जिसके बाद चीन से जुड़ी जरूरी इंटेलीजेंस को साझा किया जाएगा। हाल ही में जापान की तरफ से पूर्वी लद्दाख में लाइन ऑफ कंट्रोल (एलएसी) पर जारी तनाव में भारत को समर्थन देने का ऐलान किया गया था। अब उसके इस फैसले के बाद भारत को चीन के खिलाफ एक बड़ी मजबूती मिलेगी।
Recommended Video
यह भी पढ़ें-जिनपिंग के नेतृत्व में भारत के खिलाफ चीन ज्यादा आक्रामक
जापान के लिए भी सिरदर्द बना चीन
चीन न केवल भारत बल्कि अब जापान के लिए भी सिरदर्द बन गया है। ईस्ट चाइनी सी जो एक विवादित हिस्सा है, उस पर अब चीनी सेना ने अपनी घुसपैठ को तेज कर दिया है। जापान न सिर्फ भारत बल्कि ऑस्ट्रेलिया और यूके के साथ भी चीन से जुड़ी इंटेलीजेंस को साझा करेगा। जापान मान रहा है कि चीन के खिलाफ अपनी रक्षा में अब केवल अमेरिका पर ही निर्भर नहीं रहना चाहिए। यह ताजा घटनाक्रम ऐसे समय में सामने आया है जब भारत में जापान के राजदूत सतोषी सुजूकी ने भारत के विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रींगला से बात की थी।
LAC पर बदलाव के विरोध में जापान
श्रींगला से बात करने के बाद उन्होंने ट्वीट किया था और लिखा था कि जापान, भारत चीन बॉर्डर की यथा-स्थिति में बदलाव की कोशिशों के सख्त खिलाफ है। ऐसी खबरें भी हैं कि श्रींगला ने अपने अमेरिकी, रशियन, फ्रेंच और जर्मन समकक्षों को भी हालातों के बारे में जानकारी दी है। सुजूकी ने कहा कि एलएसी पर हालातों को सामान्य करने और शांतिपूर्ण समाधान के लिए जो भी कोशिशें हो रही हैं, जापान उसकी सराहना करता है। पिछले माह जापान ने अपने एक कानून में बदलाव किया है। इस कानून के तहत देश की सुरक्षा से जुड़ी संवदेनशील जानकारियों को लीक करने पर 10 साल से ज्यादा की सजा हो सकती है।