ईरान से डरा इजरायल, नागरिकों को खाड़ी देशों की यात्रा न करने को कहा
तेल अवीव। इजरायल की सरकार ने गुरुवार को अपने नागरिकों से अपील की है कि वे यूनाइटेड अरब अमीरात (यूएई) और बहरीन जैसे खाड़ी देशों की यात्रा से बचें। सरकार को डर है कि ईरान उसके नागरिकों को निशाना बना सकता है। पिछले दिनों ईरान के चीफ न्यूक्लियर साइंटिस्ट मोहसिन फखरीजादेह की हत्या कर दी गई थी। ईरान ने इस हत्या के पीछे इजरायल को जिम्मेदार ठहराया था।
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ईरान ने दी है हमले की धमकी
ईरान उसके बाद से ही लगातार इजरायल के ठिकानों पर हमले की धमकी दे रहा है। 27 नवंबर को तेहरान के करीब ईरान के वैज्ञानिक फखरीजादेह की हत्या कर दी गई थी। इजरायल ने इस घटना पर कोई टिप्पणी नहीं की है। लेकिन फखरीजादेह काफी लंबे समय से इजरायल के निशाने पर थे। साल 2018 में इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में ईरान के परमाणु प्रोग्राम पर टिप्पणी की थी। उन्होंने कहा था, 'उस नाम को याद रखना।' इजरायल ने ईरान पर परमाणु हथियारों को विकसित करने का आरोप लगाया है। इस आरोपों को ईरान हमेशा ही खारिज कर देता है। हाल के कुछ माह में इजरायल के कुछ खाड़ी देशों के साथ राजनयिक रिश्ते शुरू करने के लिए समझौते साइन हुए हैं जिसमें यूएई और बहरीन के साथ रिश्तों को बहाल किया जा चुका है। यह पहला समझौता है जिसमें अरब देशों के साथ इजरायल के रिश्ते बहाल हुए हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन की तरफ से इन समझौतों की पहल की गई थी। समझौते के साथ इजरायल में खासा उत्साह है। अब इजरायली पर्यटक यहूदी छुट्टी हनुका के लिए यूएई जा सकते हैं।
गुस्से में है ईरान
ईरान
के
टॉप
परमाणु
वैज्ञानिक
मोहसिन
फखरीजादेह
की
हत्या
कर
दी
गई
है।
इस
घटना
के
बाद
से
ही
एक
बार
फिर
ईरानी
नेतृत्व
गुस्से
में
है।
ईरान
के
मिलिट्री
कमांडर
ने
साफ
कर
दिया
है
कि
उनका
देश
इजरायल
को
पछताने
पर
मजबूर
कर
देगा।मोहसिन
फखरीजादेह
ईरान
के
रक्षा
मंत्रालय
में
रिसर्च
डिपार्टमेंट
के
मुखिया
भी
थे।
देश
के
परमाणु
प्रोग्राम
में
उनका
काफी
योगदान
है।
उनकी
हत्या
इस्लामिक
आजाद
यूनिवर्सिटी
के
करीब
दमवांद
कैंपस
के
करीब
हुई
है।
यह
जगह
राजधानी
तेहरान
से
करीब
60
किलोमीटर
दूर
है।
ईरान
की
सरकार
ने
मोहसिन
की
हत्या
कर
बदला
लेने
की
ठान
ली
है।
ईरान
के
सुप्रीम
लीडर
अयोतल्ला
खेमनेई
के
मिलिट्री
एडवाइजर
कमांडर
हुसैन
देहघान
ने
ट्वीट
कर
कहा
है
कि
इजरायल
ने
ऐसा
करके
बड़े
स्तर
पर
युद्ध
की
भावनाएं
भड़काने
का
काम
किया
है।