क्या सीरिया के बाद अब ईरान के बहाने इराक पर अटैक करेगा इजरायल?
येरुशलम। इजरायल के रक्षा मंत्री ने धमकी दी है कि अगर इराक में उन्होंने ईरानी सेनाओं को देखा तो वे अटैक कर सकते हैं। सीरिया में पहले से ही ईरानी सेना के खिलाफ आक्रमण के नाम पर इजरायल कई बार अटैक कर चुके हैं। रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ईराक में प्रॉक्सी वॉर लड़ने के लिए ईरान ने शियाओं को ना सिर्फ बैलिस्टिक मिसाइल दी है, बल्कि मिडिल ईस्ट और पश्चिम को अपनी ताकत का एहसास कराने के लिए अपनी सैन्य ताकत को बढ़ाने में जुटा है। इसी रिपोर्ट के बाद इजरायल की तरफ से पहली प्रतिक्रिया आयी है।
इजरायल के रक्षा मंत्री एविग्डर लिबरमैन ने येरुशलम में कहा, 'सीरिया में जो कुछ भी चल रहा है हम उस पर पूरी नजर रख रहे हैं और सिर्फ सीरियाई प्रांत में ईरानी खतरे को देखते हुए हमने अपने आप को नियंत्रित नहीं किया है। यह भी स्पष्ट होने की जरुरत है।' इराक में ईरान की दखलअंदाजी पर इजरायल के रक्षामंत्री ने कहा, 'मैं कह रहा हूं कि हम किसी भी ईरानी खतरे का सामना करेंगे, और इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि यह कहां जाते हैं... इजरायल की स्वतंत्रता पूरी है। हम इस फ्रीडम ऑफ एक्शन को बरकरार रखते हैं।'
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, ईरानी, इराकी और पश्चिमी अधिकारियों की मानें तो ईरान ने पिछले कुछ माह में शॉर्ट-रैंज की कई बैलिस्टिक मिसाइलें इराक में पहुंचायी है। ईरान के अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने इराक में ज्यादा संख्या में तो मिसाइलें तैनात नहीं की है, लेकिन अगर जरुरत पड़ी तो वहां मिसाइलों की संख्या बढ़ाई जा सकती है। ईरान का कहना है कि ईराक में बढ़ते खतरों को देखते हुए, उन्होंने यह कदम उठाया है।
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, पश्चिमी सूत्रों की मानें तो कम से कम 10 मिसाइलें शियाओं को दी गई है। पश्चिमी सूत्रों के अनुसार, इराक में कई ठिकानों पर मिसाइलें बनाने का काम भी चल रहा है। इराकी सूत्रों ने कहा कि बाहरी हमलों से बचने और दुश्मनों पर अटैक करने के लिए ईरान की उपस्थिति देखने को मिल रही है।
यह भी पढ़ें: क्यों इराक के शियाओं को ईरान दे रहा है मिसाइलें?