गठबंधन सरकार बनाने से चूके पीएम मोदी के दोस्त, अब सितंबर में फिर से होंगे चुनाव
तेल अवीव। जहां एक तरफ भारत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रचंड जीत हासिल कर आज दूसरी बार शपथ लेंगे तो वहीं उनके अजीज दोस्त 'बीबी' का पीएम बनने का सपना टूटता नजर आ रहा है। बात हो रही है इजरायल की जहां पर पीएम बेंजामिन नेतन्याहू गठबंधन तैयार करने में असफल रहे हैं। अब यहां पर 17 सितंबर को फिर से चुनाव होंगे। इजरायल में राजनीतिक विशेषज्ञ इसे नेतन्याहू के राजनीतिक करियर की सबसे बड़ी हार बता रहे हैं। नेतन्याहू पिछले 10 वर्षों से पीएम हैं और अप्रैल में हुए चुनावों के बाद वह फिर से सत्ता पर काबिज होते दिख रहे थे। मगर अब लगता है कि उनका सपना टूट गया है।
17 सितंबर को फिर से चुनाव
17 सितंबर को जब इजरायल में चुनाव होंगे तो उसके दो हफ्ते बाद नेतन्याहू के खिलाफ महाभियोग मामले में सुनवाई होनी है। बुधवार को इजरायल की संसद जिसे कानेसेट कहते हैं, उसने नई सरकार को भंग करने के लिए वोटिंग की। 120 सांसदों वाली कॉनेसेट के 74 सांसदों ने संसद को भंग करने के पक्ष में वोटिंग की। वहीं सिर्फ 45 सांसदों ने ही इसके खिलाफ में वोट डाले। इजरायल में नौ अप्रैल को वोटिंग हुई थी। अप्रैल में हुए चुनावों में नेतन्याहू की लिकुड पार्टी 120 में से 35 सीटों पर जीत मिली थी। उस समय नेतन्याहू का फिर से पीएम बनना तय माना जा रहा था। नेतन्याहू पांचवी बार देश के पीएम बनने की ओर बढ़ रहे थे लेकिन पूर्व रक्षा मंत्री एविग्दोर लिबरमन के साथ उनके कुछ मतभेदों के चलते दोनों के बीच समझौता नहीं हो सका। लिबरमन के समर्थन के बिना नेतन्याहू सरकार नहीं बना सकते थे।
पूर्व रक्षा मंत्री से था मुकाबला
लिबरमन वाइजरायल के नेता हैं। उन्होंने कहा कि लिकुड पार्टी ने हारेडी पुरुषों के लिए तैयार बिल के ओरिजिनल वर्जन पर वोट करने से मना कर दिया है। इस वजह से इजरायल को दोबारा चुनाव झेलने पड़ रहे हैं। अप्रैल में जब इजरायल में चुनाव हुए थे तो उस समय नेतन्याहू की लिकुड पार्टी का मुकाबला ब्लू एंड व्हाइट पार्टी से था। जैसे-जैसे वोटों की गिनती हो रही थी नतीजे टाई पर पहुंच रहे थे। ब्लू एंड व्हाइट पार्टी के नेता बेनी गैंट्ज हैं। गेट्ज और नेतन्याहू, दोनों की पार्टी को 35-35 सीटें मिली थीं। माना जा रहा था कि नेतन्याहू, दूसरी पार्टियों के साथ मिलकर गठबंधन की सरकार बना सकते हैं। इजरायल के चुनावी नतीजों में काफी टिवस्ट और टर्न आए। नेतन्याहू और गैंट्ज दोनों ने ही खुद को नतीजे आने से पहले ही विजयी बता दिया था। 69 वर्षीय नेतन्याहू लगातार 10 वर्षों से देश के पीएम हैं तो वहीं बेनी गैंट्ज देश के सेना प्रमुख रहे चुके हैं। 59 वर्षीय गैंट्ज ने फरवरी 2011 से फरवरी 2015 तक इजरायल डिफेंस फोर्सेज का नेतृत्व किय। दिसंबर 2018 में उन्होंने एक नई राजनीतिक पार्टी शुरू की जिसका नाम इजरायल रिजीलियंस रखा।