इजरायल में हो रहे हैं चुनाव, पीएम मोदी के अजीज दोस्त बेंजामिन नेतन्याहू की किस्मत दांव पर
जेरूशलम। इजरायल में पांच माह बाद फिर से चुनाव हो रहे हैं और प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की किस्मत का फैसला होने वाला है। यह बात भी दिलचस्प है कि नेतन्याहू जिन्हें बीबी के नाम से भी बुलाया जाता है, उनकी किस्मत का फैसला उस दिन बैलेट बॉक्स में बंद हो रहा है, जिस दिन उनके दोस्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपना जन्मदिन मना रहे हैं। देश की जनता अपने नए प्रधानमंत्री के चयन के लिए आम चुनाव के जरिए फिर से वोट डाल रही है। इजरायल में अप्रैल माह में ही चुनाव हुए थे।
पूर्व आर्मी चीफ से मुकाबला
इजरायल में 5.88 मिलियन वोटर्स हैं और कुछ वोटर्स कब्जे वाले वेस्ट बैंक में भी हैं। मंगलवार को वोटिंग सुबह स्थानीय सात बजे से शुरू हुई है। माना जा रहा है कि आज रात तक नतीजे आ जाएंगे। पीएम नेतन्याहू अगर इस बार फिर जीत हासिल कर लेते हैं तो वो रिकॉर्ड पांचवीं बार प्रधानमंत्री बनेंगे।। इजरायल की संसद केनेस्सेट में 120 सीटें हैं। लिकुड पार्टी का नेतृत्व करने वाले बेंजामिन नेतन्याहू के सामने फॉर्मर आर्मी चीफ बेनी गैंट्ज बड़ी चुनौती के रूप में मैदान में हैं। गैंट्ज ने इजरायल के पूर्व वित्त मंत्री और टीवी पर्सनालिटी यैर लापिड के साथ सेंट्रिस्ट ब्लू एंड वाइट गठबंधन का नेतृत्व किया। इस साल नौ अप्रैल को हुए आम चुनाव में नेतन्याहू की लिकुड पार्टी ने 120 में से 36 सीटों पर कब्जा किया और यह बेनी गैंट्ज की ब्लू एंड व्हाइट पार्टी से एक ज्यादा थी। नेतन्याहू को सरकार बनाने के लिए जनादेश तो मिला, लेकिन गठबंधन की सरकार ज्यादा दिन नहीं चल पाई और उन्होंने मई में संसद को भंग करा दिया।अब आज हो रहे चुनाव में पार्टियों के सामने सरकार बनाने का दूसरा मौका रहेगा।
10 वर्षों से शासन कर रहे नेतन्याहू
इजरायल के राष्ट्रपति रेयूवेन रिवलिन इस बात का फैसला करेंगे कि देश की सत्ता किसके हाथ में आनी चाहिए। इजरायल के एक राजनीतिक विश्लेषक के मुताबिक, इस बार भी कुछ ज्यादा बदलने वाला नहीं है। इजरायल के स्थानीय मीडिया ने दो हफ्ते पहले दो सर्वे किए थे। इसके मुताबिक, लिकुड पार्टी को 32 सीट मिल रही हैं जो ब्लू और व्हाइट से सिर्फ एक ज्यादा है। 69 वर्षीय नेतन्याहू लगातार 10 वर्षों से देश के पीएम हैं तो वहीं बेनी गैंट्ज देश के सेना प्रमुख रहे चुके हैं। 59 वर्षीय गैंट्ज ने फरवरी 2011 से फरवरी 2015 तक इजरायल डिफेंस फोर्सेज का नेतृत्व किय। दिसंबर 2018 में उन्होंने एक नई राजनीतिक पार्टी शुरू की जिसका नाम इजरायल रिजीलियंस रखा।