कोरोना जांच की नई मशीन तैयार, फूंक मारते ही एक मिनट के अंदर आएगा रिजल्ट
नई दिल्ली: चीन के वुहान से शुरू हुए कोरोना वायरस ने पांच महीने के अंदर ही दुनिया के 59 लाख से ज्यादा लोगों को अपनी चपेट में ले लिया है। कोरोना के कहर को रोकने के लिए ज्यादातर देशों ने लॉकडाउन का ऐलान कर रखा है। इस बीच WHO ने साफ कर दिया है कि कोरोना से जंग जीतने के लिए ज्यादा से ज्यादा टेस्टिंग करनी होगी, लेकिन मौजूदा वक्त में जो टेस्टिंग की प्रक्रिया है, उसमें तीन से चार घंटे लग जाते हैं। इस बीच इजरायल ने एक राहत भरी खबर दी है। इजरायल सरकार के मुताबिक उनके वैज्ञानिकों ने ऐसी किट बना ली है, जिससे एक मिनट में रिजल्ट आ जाएगा।
फूंक मारते ही आएगा रिजल्ट
इजरायल के बेन गुरियन यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने एक मिनट में कोरोना जांच रिपोर्ट देने वाली मशीन बनाने का दावा किया है। उनके मुताबिक इलेक्ट्रो ऑप्टिकल कोरोना किट में नाक, गले और फूंक से सैंपल लिया जाता है। जैसे ही कोरोना का मरीज इस मशीन में फूंक मारता है, वैसे ही उसके अंदर से ड्रॉपलेट्स इस मशीन में चले जाते हैं। इस मशीन के अंदर लगा सेंसर तुरंत वायरस की पहचान करके रिजल्ट दे देता है। मौजूदा वक्त में अभी कोरोना जांच के लिए पीसीआर किट का प्रयोग हो रहा है। इसमें वायरस के आरएनए और डीएनए को पहचानकर रिपोर्ट तैयार की जाती है, जिससे रिपोर्ट आने में तीन-चार घंटे का वक्त लग जाता है। वहीं नई मशीन से एक मिनट में रिजल्ट आने का दावा किया जा रहा है।
90 फीसदी सही रिजल्ट
इजरायली मीडिया के मुताबिक अभी तक वैज्ञानिकों ने 120 लोगों पर इसका टेस्ट किया है, जिसमें 90 प्रतिशत लोगों की रिपोर्ट ठीक आई है। शोधकर्ताओं के मुताबिक सेंसर एक क्लाउड सिस्टम से जुड़ा है। जिस वजह से सटीक रिजल्ट एक मिनट के अंदर मिलता है। इसके लिए किसी लैब की जरूरत नहीं है। साथ ही इस टेस्ट को करने में खर्च भी पीसीआर टेस्ट से कम आता है। भारतीय करेंसी के हिसाब से अभी एक जांच की कीमत 3800 रुपये आएगी। वहीं अगर मौजूदा वक्त में आप कोरोना की जांच प्राइवेट लैब में करवाते हैं, तो उस पर 4500 रुपये का खर्च आता है।
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इन जगहों पर काफी कारगर है मशीन
सभी देशों ने लॉकडाउन में छूट देना शुरू कर दिया है। ऐसे में बड़ी संख्या में यात्री बस, ट्रेन और विमान से यात्रा कर रहे हैं। इस किट के आने के बाद सभी लोगों की जांच हो सकेगी और संक्रमित व्यक्तियों को यात्रा करने से रोका जा सकेगा। वहीं स्कूल, कॉलेज, स्टेडियम, थियेटर जैसी भीड़ वाली जगहों पर भी ये काफी कारगर सिद्ध होगी। इस किट का लाभ लोगों को जल्द से जल्द मिल सके, इसके लिए शोधकर्ता इजरायल फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन से इसकी जल्द मंजूरी लेने की कोशिश कर रहे हैं।