सीरिया के इस '5 स्टार विला' में ठाठ कर रहे ISIS, तड़प रहे हैं लोग
आईएसआईएस आतंकियों ने एक ओर जहां पूरी दुनिया का चैन छीन लिया है। वहीं अपनी जिंदगी ये ठाठ से सीरिया के एक विला में बिता रहे हैं। सीरिया का यह फाइव स्टार विला अत्मेह गांव में है। जिसकी तस्वीरें आईएसआईएस ने सोशल मीडिया पर जमकर शेयर की हैं। किसी तस्वीर में आतंकी स्विमिंग पूल में आनंद ले रहे हैं तो किसी में जिम का उपयोग कर रहे हैं।
नरसंहार करने और दूसरों के साथ खून की होली खेलने वाले ये आतंकी यहां आनंदमग्न हैं। इस इलाके के इंटरनेट कैफे पर भी इन्होंने अपना झंडा लगाकर कब्जा जमाया हुआ है। आईएसआईएस साल 2013 के आखिरी दिनों में ही यहां आने लगे थे और कुछ ही दिनों में कब्जा जमा लिया था।
एक तरफ जहां ये आतंकी आरामतलब जिंदगी व्यतीत कर रहे हैं। वहीं , यहां के 25,000 निवासी पास ही बने रिफ्यूजी कैंप में नरक जैसी जिंदगी जीने को मजबूर हैं। माना जा रहा कि आतंकियों ने इसी विला में ब्रिटिश बंधक डेविड हैनिस को बंद कर रखा है। जिसका सिर कलम करने की धमकी देते हुए आईएस ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन को चेतावनी दी है।
तस्वीरों में देखिए किस तरह ठाठ कर रहे हैं आतंकी, जबकि वहां के लोगों का जीना भी दूभर है।
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तड़प रहे हैं लोग, ये ऐश कर रहे हैं
सीरिया के लोगों के रिफ्यूजी कैंप से महज एक मील की दूरी पर बने अत्मेह गांव के इस विला पर आईएसआईएस का कब्जा है। जहां ये आरामतलबी के साथ जिंदगी गुजार रहे हैं। ये तस्वीर आतंकियों ने ट्विटर पर शेयर की थी। वहीं दूसरी ओर विस्थापित सिरियाई लोगों का कैंप है, जहां 25,000 से ज्यादा लोग रह रहे हैं।
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कर रहें हैं ठाठ
आईएसआईएस इस विला की तस्वीरें सोशल मीडिया पर डालते हैं। यहां से आतंकी अपने स्थानीय ऑपरेशन को भी अंजाम देते हैं। यहां इंटरनेट कैफे, जिम, स्विमिंग पूल वगैरह की सुविधाएं भी हैं।
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नरक जैसा जीवन
वहीं, सीरिया के अत्मेह गांव में बना रिफ्यूजी कैंप, इस विला से महज एक मील की दूरी पर है। जहां विस्थापित लोगों जिंदगी जहन्नुम बनी हुई है। यहां लोगों के पास किसी प्रकार की उचित सुविधा नहीं है।
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न खाना, न साफ पानी
25,000 से भी ज्यादा लोगों के इस कैंप में न लोगों को सही खाना मिल पाता है, न ही साफ पानी। वहीं, टॉयलेट का भी कोई इंतजाम नहीं है। इन वजहों से यहां स्थिति गंभीर है। बच्चे बीमार पड़ रहे हैं। और कोई सुविधा नहीं है।
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बच्चों के लिए स्कूल नहीं
यहां कैंप में बच्चों के लिए स्कूल की भी सुविधा नहीं है। वहीं, इन्हें समय समय पर आतंकियों के जुल्म का भी सामना करना पड़ता है। यह गांव तुर्की की सीमा के पास है।
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बढ़ रही है विस्थापितों की संख्या
ब्रिटेन के बराबर की भूमि पर कब्जा करने वाले आईएसआईएस संगठन ने इस इलाके पर बहुत पहले ही कब्जा कर लिया था। बढ़ते आतंक और तनाव के कारण इस कैंप में आने वालों की संख्या बढ़ती ही जा रही है।
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बस जी रहे हैं लोग
यहां रह रहे हजारों लोग बस किसी तरह अपना जीवनयापन कर रहे हैं। शायद इन्हें उम्मीद है कि कुछ समय में इन्हें इस जगह से मुक्ति मिल जाएगी। ओर ये अपने घरों को लौट पाएंगे। यह कैंप मरम फाउंडेशन द्वारा शुरु किया गया था।
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तुर्की जाना भी निरर्थक
बिना उचित खाना पानी के भी लोग यहां जीने को मजबूर हैं। कई लोगों ने यहां तुर्की जाने की कोशिश भी की। लेकिन उनका प्रयास निरर्थक रहा।