कोरोना वायरस: देश को संकट में देखकर ड्यूटी पर लौटा इस देश का पीएम, फिर से पहनेंगे डॉक्टर की यूनिफॉर्म
डबलिन। आयरलैंड के भारतीय मूल के प्रधानमंत्री लियो वराडकर ने कोरोना वायरस महामारी के बीच ही एक ऐसी मिसाल पेश की है। पीएम वराडकर जो कि एक रजिस्टर्ड डॉक्टर हैं, फिर से अपनी ड्यूटी पर वापस लौट आए हैं। आयरलैंड में इस समय कोरोना वायरस के 5000 केस हैं और 150 लोगों की मौत हो चुकी है। ब्रिटिश मीडिया ग्रुप स्काई न्यूज की तरफ से यह खबर दी गई है।
सात वर्षों तक की प्रैक्टिस
वराडकर करीब सात वर्षों तक एक प्रैक्टिसिंग डॉक्टर रहे हैं। पीएम बनने से पहले वह आयरलैंड की राजधानी डबलिन में सेंट जेम्स हॉस्पिटल औरर कोनोले हॉस्पिटल में एक जूनियर डॉक्टर के तौर पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं। साल 2013 में वराडकर ने अपना मेडिकल रजिस्ट्रेशन हटा लिया था और राजनीति में सक्रिय हो गए थे। पीएम वराडकर ने देश की हेल्थ सर्विस एग्जिक्यूटिव (एचएसइई) को अपनी सेवाओं की पेशकश की है। उनके ऑफिस की तरफ से बताया गया है कि उन्होंने हफ्ते में एक सेशन उन इलाकों में जाकर सेवाएं देने का मन मन बनाया है जो उनकी प्रैक्टिस के दायरे में आते हैं। उनके परिवार के कई सदस्य और दोस्त हेल्थ सर्विस से जुड़े हैं। पीएमओ के प्रवक्ता की तरफ से कहा गया है कि वह एक छोटी सी मदद के लिए भी आगे आना चाहते हैं। जून 2017 में लियो ने आयरलैंड के पीएम के तौर पर कमान संभाली थी। पीएम वराडकर के पिता एक डॉक्टर रहे हैं। वराडकर सिर्फ 38 साल की उम्र में आयरलैंड के पीएम बन गए थे और उन्हें सबसे कम उम्र में किसी देश का पीएम बनने का गौरव हासिल है।