ईरान ने सीरिया पर किया अटैक, मिसाइलों पर लिखा अमेरिका, इजरायल, सऊदी के लिए मौत का संदेश
तेहरान। ईरान ने सीरिया में सोमवार रात 2 बजे मिसाइलों से अटैक कर 'तकफिरी टेररिस्ट्स' के हेडक्वार्टर्स का निशाना बनाया है। ईरान ने सिरिया के अल बुकामल जिले में छह बैलिस्टिक मिसाइलों से अटैक किया है। ईरान रिवोल्यूशनरी गार्ड ने कहा है कि उन्होंने पिछले महीने 22 सितंबर को मिलिट्री परेड में हुए टेरर अटैक का बदला लिया है। पिछले सप्ताह यूएस सर्विलेंस ने बताया था कि ईरान में मोबाइल मिसाइलें अटैक करने के लिए अपना पॉजिशन ले चुकी है। ईरान की मानें तो उन्होंने अटैक कर अमेरिका, इजरायल और सऊदी अरब को संदेश देने की कोशिश की है।
मिसाइलों पर लिख कर दिया मौत का संदेश
रिपोर्ट्स के मुताबिक, ईरान ने अपनी मिसाइलों पर 'अमेरिका की मौत,' 'इजरायल की मौत,' और 'सऊदी की मौत' लिखकर सीरिया में अटैक किया है। ईरान ने अपनी मिसाइलों के लॉन्च का वीडियो भी बनाया है। ईरान के अटैक से पहले एक ईरानी टीवी चैनल पर यह भी कहता सुना गया, 'कुछ ही मिनटों में दुनिया के घमंडी- खासकर अमेरिका, जियोनिस्ट प्रांत (इजारयल) और अल साउद (सऊदी)- ईरान के धमाके की आवाज सुनेंगे।'
ईरान ने कहा- अटैक का लिया बदला
ईरान रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉप (IRGC) ने कहा कि उन्होंने सीरिया में तकफिरी आतंकवादियों और सुन्नी चरमपंथियों को निशाना बनाया है, जो पिछले सप्ताह उनके देश में हुए अटैक का बदला था। सीरिया के बुकामल जिले में यूफ्रेटस नदी के निकट आईएसआईएस का लास्ट कंट्रोल रिजीम माना जा रहा है। इस प्रांत में यूएस और यूएस समर्थक-कुर्दिश लड़ाकू आईएसआईएस के खिलाफ जंग लड़ रहे हैं।
अमेरिका ने चेताया था
ईरान के इस अटैक के बाद अमेरिका और इजरायल भड़क सकते हैं। हाल ही में अमेरिका ने कहा था कि सीरिया में ईरान अटैक करने की योजना बना रहा है। पिछले महीने जब ईरान में मिलिट्री परेड के दौरान आतंकी हमला हुआ था, उस वक्त हसन रूहानी ने अमेरिका को जिम्मेदार ठहाराया था। रूहानी ने कहा था कि उनके बदले की कार्रवाई से अमेरिका को पछतावा होगा। 1979 से ईरान के साथ अमेरिका, इजरायल और सऊदी के रिलेशन बिगड़े हुए हैं।
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