अमेरिकी परमाणु युद्धपोत पर ईरान ने दाग दिया मिसाइल, अब क्या करेगा अमेरिका?
हिंद महासागर में ईरान ने आज कई मिसाइल गिराए हैं। उनमें से एक मिसाइल अमेरिका के परमाणु हथियारों से लदे युद्धपोत निमित्ज के पास गिरा है। वहीं एक व्यापारिक जहाज भी नजदीक ही खड़ा था
Iran Fired Missile: तेहरान: ईरान अपने जनरल शीर्ष कमांडर की बरसी मना रहा है। उसी कमांडर की बरसी जिसे पिछले साल अमेरिका ने ड्रोन हमले में उड़ा दिया था। पिछले साल 3 जनवरी को बगदाद के एक एयरपोर्ट पर एक ड्रोन से हमला कर अमेरिका ने ईरान के शीर्ष कमांडर जनरल कासिम सुलेमानी को मौत के घाट उतार दिया था। अपने जनरल की मौत के बाद ईरान ने कहा कि हम अमेरिका को सबक जरूर सिखाएंगे। और ईरान जोर-शोर के साथ अमेरिका के खिलाफ अपनी शक्ति को बढ़ाने में जुट गया है। इसका नमुना उस वक्त देखने को मिला है, जब हिंद महासागर में खड़े अमेरिकी परमाणु युद्धपोत के पास ईरान ने अपना मिसाइल दाग दिया।
हिंद महासागर में ईरान का मिसाइल परीक्षण
अमेरिका और ईरान की दुश्मनी किसी से छिपी नहीं है, खासकर डोनल्ड ट्रंप के शासनकाल में जब अमेरिका ने ईरानी कमांडर जनरल कासिम सुलेमानी को ड्रोन से हवाई हमला कर मार दिया था, तब ईरान-अमेरिका युद्ध की नौबत तक आ चुकी की थी। आज भी दोनों देशों के बीच तनाव यूं ही बरकरार है। ईरान हिंद महासागर में अपनी ताकत को आजमाने के लिए युद्धाभ्यास कर रहा है। जिसका नाम ईरान के रिवॉल्यूशनरी गार्ड ने 'ग्रेट प्रोफेट' रखा है। इसी 'ग्रेट प्रोफेट' युद्धाभ्यास के तहत ईरान ने एक के बाद एक अपने कई मिसाइल हिंद महासागर में दाग दिए। मिसाइल दागने के साथ ही दुनिया को अपनी शक्ति का अहसास कराने के लिए ईरान ने अपने आत्मघाती ड्रोन का भी परीक्षण किया है।
बस उड़ने ही वाला था अमेरिकी परमाणु युद्धपोत
ईरान जिस वक्त अपने मिसाइल हिंद महासागर में दागकर अपना लोहा दुनिया को मनवाने की कोशिश कर रहा था, ठीक उसी वक्त अमेरिकी परमाणु युद्धपोत निमित्ज भी हिंद महासागर में खड़ा था। अमेरिका के इस युद्धपोत में कई विमान और परमाणु हथियार रखे हुए थे। अमेरिकन फॉक्स टीवी के मुताबिक, एक ईरानी मिसाइल अमेरिकी युद्धपोत से महज 100 मील की दूरी पर गिरा। यही नहीं, ईरान ने जहां अपना मिसाइल गिराया है, उस जगह से ठीक 20 किलोमीटर दूर एक व्यापारिक जहाज भी गुजर रहा था। बताया जा रहा है, कि ईरान के इस मिसाइल परीक्षण के बाद अमेरिका और ईरान के बीच का तनाव और भी ज्यादा बढ़ चुका है।
घबराने की बात नहीं- अमेरिका
अमेरिकी विमानवाहक परमाणु युद्धपोत से महज 100 मील की दूरी पर ईरान का मिसाइल गिरने के बाद अमेरिका गर्म जरूर है, मगर उसके अधिकारी कह रहे हैं, कि घबराने की बात नहीं है। अमेरिकी अधिकारियों ने अपने बयान में कहा है कि ईरान अकसर हिंद महासागर में मिसाइल छोड़ता रहता है लिहाजा इसमें घबराने की कोई बात नहीं है। हालांकि, मिसाइल गिरने के बाद उसका मलवा समुद्र में दूर दूर तक फैल गया। इस मलवे से भले ही अमेरिकन युद्धपोत को कुछ नहीं होता, मगर व्यापारिक जहाज को भारी नुकसान हो सकता था।
क्या अमेरिका को चोट दे पाएगा ईरान?
इसमें कोई शक की बात नहीं है, कि अमेरिका के सामने ईरान की शक्ति बेहद कम है। मगर ईरान को अमेरिका किसी भी सूरत में कम करके नहीं आंक सकता है। ईरानी सैन्य अधिकारियों ने दावा किया है, कि उसके मिसाइल वॉरहेड से लैस थीं, जिसे रिमोट के जरिए कंट्रोल किया जा सकता है। ईरान का लक्ष्य अमेरिका के पैट्रियट मिसाइल डिफेंस सिस्टम को भेदने का है। दरअसल, ईरान के कई दुश्मन देश अमेरिका के पैट्रियट मिसाइल डिफेंस सिस्टम को इस्तेमाल करते हैं और ईरान चाहता है कि अमेरिका के इस डिफेंस सिस्टम को तबाह कर अमेरिका को सख्त संदेश दी जाए। ईरान ने अमेरिकी डिफेंस सिस्टम को मटियामेट करने का भी परीक्षण किया है। ईरान के एयरफोर्स चीफ हुसैल सलामी ने इस परीक्षण के बाद कहा कि ईरान और इस्लाम के दुश्मनों को हमने संदेश दिया है, कि हम अपनी संप्रभुता की रक्षा करने में पूरी तरह सक्षम हैं।
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