ईरान ने CIA के 17 जासूसों को किया गिरफ्तार, कई को दी गई मौत की सजा: रिपोर्ट
तेहरान: ईरान ने दावा किया है कि उसने अमेरिकी गुप्तचर एजेंसी (सीआईए) के लिए काम कर रहे 17 जासूसों को पकड़ा हुआ है जिसमें कुछ को मौत की सजा भी सुनाई गई है। स्टेट टेलीविजन ने खुफिया मंत्रालय के हवाले से कहा है कि उसने सीआईए की जासूसी तंत्र को तोड़ दिया है और 17 संदिग्धों को कड़ रखा है। मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि गिरफ्तार किए गए लोगों में से कुछ को मौत की सजा दी गई है।
दरअसल, मई में अमेरिका ने ईरान पर कुछ प्रतिबंध लगाए थे। इसके बाद से ही दोनों देशों के बीच तनाव बना हुआ है। ईरान ने शनिवार को होरमुज की खाड़ी से ब्रिटेन का एक तेल टैंकर जब्त किया था। इसके बाद पश्चिमी देशों और ईरान के बीच तनाव और बढ़ा। जिस कंपनी के टैंकर को ईरान ने जब्त किया है, उसने कहा है कि ईरान के रेवोल्यूशनरी गार्ड्स ने यूके के झंडे वाले स्टेना इमपेरो को अंतरराष्ट्रीय सीमा में ही हेलिकॉप्टर और शिप्स की मदद से कब्जे में लिया था। इस टैंकर में कुल 23 क्रूं मेंबर्स हैं। साथ में इसमें 18 भारतीय के अलावा अलग-अलग देश के नागरिक शामिल हैं। इससे पहले ब्रिटिश रॉयल मरीन ने यूरोपीय कानून तोड़ने के लिए ईरान के एक टैंकर 'ग्रेस' को जिब्राल्टर से जब्त किया था। यह टैंकर सीरिया से तेल लेकर जा रहा था।
ईरानी मीडिया ने दावा किया है कि जिन जासूसों को पकड़ा गया था उनमें वो आर्थिक, परमाणु, सैन्य और साइबर क्षेत्रों के संवेदनशील और महत्वपूर्ण जानकारी इकट्ठा करते थे और अमेरिका को उपलब्ध कराते थे। ईरान ने कहा था कि उसने जून में एक बड़े साइबर जासूसी नेटवर्क का पर्दाफाश किया था। इसके बाद ईरान ने आरोप लगाया कि इस नेटवर्क का संचालन सीआईए करता था। इसके बाद विभिन्न देशों में कई अमेरिकी जासूसों को गिरफ्तार किया गया था।
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