
कोई तो है! पृथ्वी के अलावा कहीं और भी है जीवन, शोधकर्ताओं ने की पुष्टि
टोक्यो, 7 जून : धरती के बाहर जीवन है या नहीं, यह शोध का रोचक विषय रहा है। इस पूरे ब्रह्माण्ड में धरती पर ही जीवन है या दूर आसमान, बादलों के पार भी जीवन संभव है? अंतरिक्ष अनंत है, इसकी कोई सीमा नहीं है। मनुष्य एक हद तक अंतरिक्ष के बारे में जानकारी ले सकता है, इससे आगे की खबर स्वयं प्रकृति समय-समय पर धरती पर रहने वाले बुद्धिजीवियों को देता रहता है। जापान के वैज्ञानिकों का दावा है कि धरती के बाहर भी जीवन है। जापानी शोधकर्ताओं (Japanese Researchers) ने एक क्षुद्रग्रह में अमीनो एसिड (Amino Acids) की खोज की है। उन्होंने हायाबुसा 2 मिशन (Hyabusa 2 Mission) द्वारा एस्टेरॉयड रयुगु (Asteroid Ryugu) से लौटे नमूनों में 20 अमीनो एसिड की पहचान की।


दूर गगन में कोई तो रहता है...
वैज्ञानिकों का दावा है कि, अंतरिक्ष से आने वाले एस्टेरॉयड (Asteroid) में 20 अमीनो एसिड (Amino Acids)पाए गए हैं। उन्होंने कहा ये अमीनो एसिड यह पुष्टि करता हैं कि धरती के बाहर दूर गगन में भी जीवन है। होक्काइडो यूनिवर्सिटी के भू-विज्ञान के प्रोफेसर हिसायोशी युरीमोटो (Hisayoshi Yurimoto) ने स्पेस डॉट कॉम को बताया कि पानी और कार्बनिक पदार्थों से भरपूर अरबों साल पहले पृथ्वी को दिए गए जीवन का एक संभावित स्त्रोत है।

धरती से बाहर जीवन संभव
शोधकर्ताओं का कहना है कि, सभी जीवित चीजों को प्रोटीन की आवश्यकता होती है और अमीनो एसिड से ही इसे तैयार किया जाता है। इससे यह साबित होता है कि धरती के बाहर भी जीवन है। इससे पहले भी वैज्ञानिकों ने अपनी रिसर्च में कहा था कि एस्टोरॉयड में कार्बन और ऑर्गेनिक मैटर पाए जाते हैं. जापानी शोधकर्ताओं की इस रिसर्च में यह साबित भी हुआ है।

जीवन से जुड़े रहस्य आएंगे सामने
जापानी स्पेस एजेंसी जाक्सा (JAXA) को इस रिसर्च से कई उम्मीदे हैं। जाक्सा का मानना है कि, इस शोध के जरिए कई रहस्य सामने आ सकते हैं। जैसे धरती के बाहर जीवन की कितनी संभावना है। धरती के बाहर इंसान का जीवन क्या वाकई में संभव है। रिसर्च से इन सवालों का जवाब भी इस शोध से पता लग सकता है।

अमीनो एसिड द बिल्डिंग ब्लॉक ऑफ लाइफ
बता दें कि, अमीनो एसिड को बिल्डिंग ब्लॉक ऑफ लाइफ कहा जाता है। वह इसलिए क्योंकि जीने के लिए प्रोटीन का आवश्यकता होती है और अमीनो एसिड से मिलकर ही प्रोटीन तैयार होता है।

एस्टेरॉयड किसे कहते हैं
एस्टोरॉयड किसी ग्रह या तारे के टूटे हुए टुकड़े को कहा जाता है। एस्टोरॉयड एक छोटे से पत्थर के टुकड़े से लेकर सैकड़ों मीटर लंबी चट्टान के रूप में भी हो सकता है। ये आसमान में कभी-कभी तेज गति से जाते हुए दिख जाते हैं, जिसे हम टूटा हुआ तारा कहते हैं। जानकारी के मुताबिक सौर मंडल में करीब 20 लाख एस्टेरॉयड हैं।