अमेरिका ने रूस के साथ ऐतिहासिक INF संधि तोड़ने का किया ऐलान
वॉशिंगटन। अमेरिका ने रूस के साथ हुए अंतिम हथियार समझौते आईएनएफ (Intermediate-Range Nuclear Forces) से खुद को अलग करने का फैसला लिया है। विदेश मंत्री माइक पोंपियो ने शुक्रवार को घोषणा करते हुए कहा कि अमेरिका आईएनएफ समझौते को खारिज करता है, जो कि 2 फरवरी से लागू हो जाएगा। अमेरिका का आरोप है कि रूस ने इस समझौते का न सिर्फ उल्लंघन किया है, बल्कि यूरोप की सीमा के निकट लॉन्चर्स तैनात कर माहौल खराब करने की कोशिश की है। पोंपियो की इस घोषणा के बाद नाटो ने तुरंत अमेरिका का समर्थन किया है। ईरान के साथ न्यूक्लियर डील कैंसिल करने के बाद ट्रंप एडमिनिस्ट्रेशन का यह दूसरा बड़ा फैसला है, जो आने वाले वक्त में अंतरराष्ट्रीय राजनीति पर प्रभाव डालेगी।
क्या कहा पोंपियो ने?
वॉशिंगटन में पत्रकारों से बात करते हुए पोंपियो ने कहा कि नियमों का उल्लंघन करने वाले देशों को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए। पोंपियो ने कहा, 'रूस ने अमेरिका के सुरक्षा हितों को खतरे में डाल दिया है। रूस बेशर्मी से नियमों का उल्लंघन कर रहा है, इसलिए हम इस समझौते में बंधे नहीं रह सकते हैं।' पोंपियो ने कहा कि जिस देश ने नियमों का उल्लंघन किया है, उन्हें इसका खामियाजा भुगतना चाहिए। अमेरिका ने 180 दिनों का वक्त देते हुए रूस को कहा है कि अगर वे नियमों का पालन नहीं करते हैं, तो वॉशिंगटन को मजबूरी से इस समझौते से अलग होना होगा। अमेरिका ने साथ में यह भी कहा कि एक बार समझौता पूरी तरह से टूटने से रूस को इसका खतरनाक खामियाजा भुगतना पड़ सकता है।
क्या रूस ने तोड़ा समझौता?
पिछले कुछ महीनों में रूस ने यूरोप पर बॉम्बर्स को उड़ाए हैं और पूर्व सोवियत देशों के साथ अपनी सीमाओं पर सैन्य अभ्यास किया है। अमेरिका और उसके नाटो सहयोगी इसे खतरा मान रहे हैं। यूक्रेन में हो रही जमीनी झड़पों और रोजाना साइबर-संघर्ष के साथ यह एक नया निम्न-स्तरीय युद्ध का मैदान बन गया है। पिछले चार सालों से अमेरिका आरोप लगाता आ रहा है कि रूस ने पश्चिम में अपने पुराने सोवियत सहयोगी देशों की सीमा पर प्रतिबंधित न्यूक्लियर लॉन्चर्स को तैनात किया है। बराक ओबामा ने उस वक्त रूस के साथ समझौता खत्म करने का फैसला किया था, लेकिन जर्मनी ने ऐसा करने से इनकार कर दिया था।
क्या कहा रूस ने?
वाशिंगटन और नाटो ने रूस पर 9M729 क्रूज मिसाइल विकसित करने के लिए संधि का उल्लंघन करने का आरोप लगाया, जिसे SSC-8 भी कहा जाता है। मॉस्को ने इन आरोपों का खंडन करते हुए कि यूरोप की सीमा पर उनके मिसाइल तैनाती इस संधि का उल्लंघन नहीं करती है। साथ ही रूस ने चेतावनी दी कि अगर यूरोप की सीमा पर अमेरिका मिसाइल तैनाती करता हुआ दिखा, तो इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं।
क्या है आईएनएफ संधि?
1987 की इंटरमीडिएट-रेंज न्यूक्लियर फोर्सेज (INF) संधि के तहत अमेरिका और सोवियत संघ के बीच 500 से 5,500 किलोमीटर की दूरी वाले अपने सभी परमाणु और जमीन से लॉन्च की जाने वाली बैलिस्टिक और क्रूज मिसाइलों को खत्म करने और स्थायी रूप से त्यागने के लिए हस्ताक्षर हुए थे। संधि में पहली बार दो महाशक्तियों ने अपने परमाणु शस्त्रागार को कम करने, परमाणु हथियारों की एक पूरी श्रेणी को समाप्त करने पर सहमति व्यक्त की थी। इस संधि के परिणामस्वरूप, अमेरिका और सोवियत संघ ने 1 जून 1991 की संधि की डेडलाइन के मुताबिक कुल 2,692 छोटे, मध्यम, और मध्यवर्ती श्रेणी की मिसाइलों को नष्ट कर दिया था।