शादी से पहले संबंध बनाने पर महिला को सरेबाजार हो रही थी बेंत मारने की तैयारी, पुलिस पहुंची और...
नई दिल्ली। इंडोनेशिया में एक महिला को सार्वजनिक जगह पर बेंत मारने की सजा सुनाई गई। लोग उसे लेकर मस्जिद के बाहर आए जहां इस सजा को देखने के लिए काफी लोग एकत्र थे। उसी वक्त वहां पुलिस पहुंच गई और उसने महिला को बचा लिया। महिला पर शादी से पहले शारीरिक संबंध बनाते हुए पकड़ा गया था। आपको बता दें कि स्थानीय इस्लामिक कानून के तहत ऐसा करना दंडनीय अपराध है। मामला आचे प्रांत की राजधानी बेली आचेह की है। नकाबपोश शरिया अधिकारी के मुताबिक मस्जिद के बाहर महिला सहित 7 लोगों को बेंत मारने के आदेश थे। सभी पर शादी से पहले दूसरे से संबंध बनाने के आरोप थे।
क्या दिख रहा है तस्वीर में
तस्वीर में महिला सफेद कपड़े पहने घुटनों के बल सिर झुकाकर बैठी नजर आ रही है। उसे लोगों की भीड़ के बीच गार्ड्स के सामने बेंत मारे जाने की पूरी तैयारी हो चुकी है। जुमे की नमाज के बाद मस्जिद के बाहर यौन अपराध में महिला सहित 7 अन्य लोगों को बेंत मारने की सजा दी गई है। एक पुरुष को कम गंभीर अपराध के लिए कोड़े मारने की सजा सुनाई गई। उसका अपराध था कि उसने इस्लामिक प्रतिबंध (किसी गुप्त जगह पर दूसरे लिंग के व्यक्ति के साथ इस तरह वक्त बिताना जिससे व्याभिचार की संभावना हो) का उल्लंघन किया था। आपको बता दें कि सबसे ज्यादा मुस्लिम आबादी वाले देश इंडोनेशिया में आचे प्रांत में शरिया कानून लागू करने की अनुमति है।
पहले भी सामने आ चुके हैं ऐसे मामले
कुछ महीनों पहले इंडोनेशिया में एक औरत को मस्जिद में सैकड़ों लोगों के सामने पीटा गया था। उसे घुटने के बल बैठा दिया गया था फिर बेंत से मारा गया। पांच बेंत खाने के बाद उसकी हालत खराब हो गई और उसे अस्पताल ले जाना पड़ा था। शरिया कानून के हिसाब से जिन लोगों की शादी न हुई हो वो एक-दूसरे के ‘पास' नहीं जा सकते। उल्लेखनीय है कि सुमेरिया द्वीप पर स्थिच आचे ने 2001 में विशेष स्वायत्तता मिलने के बाद शरिया कानून लागू करना शुरू किया। जकार्ता की केन्द्र सरकार ने यह कदम लंबे समय से चली आ रहे अलगाववादी विद्रोह को दबाने के लिए उठाया था। 2005 में केन्द्र सरकार से एक शांति समझौता उलझ जाने के बाद राज्य में इस्लामिक कानून और सख्त कर दिए गए हैं। 90 प्रतिशत से ज्यादा इंडोनेशियाई खुद को मुस्लिम बताते हैं, लेकिन ज्यादातर लोग आस्था के उदारवादी रूप में विश्वास रखते हैं।
क्या कहता है शरिया कानून
शरिया कानून के तहत कोई भी महिला-पुरुष बिना शादी के जरा भी करीब आ जाए तो उन्हें ऐसी ही सजा दी जाती है। साथ ही 2001 से गे सेक्स, चोरी और शराब पीना भी शरिया कानून के खिलाफ माना गया है। बांदा अचेह में शरिया के तहत कुंवारे लड़के-लड़कियां एक साथ बाइक पर सवारी नहीं कर सकते।
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