इंडोनेशियाः बोइंग 737 के ब्लैक बॉक्स के पता चलने का दावा, मानव अंग मिले
इंडोनेशिया के अधिकारियों का कहना है कि सोमवार को तलाशी अभियान शुरू होने के बाद दोनों फ़्लाइट रिकॉर्डर्स को निकालने में ज़्यादा वक़्त नहीं लगेगा.
इंडोनेशिया के अधिकारियों के मुताबिक शनिवार को दुर्घटनाग्रस्त हुए यात्री विमान का ब्लैक बॉक्स समुद्र में कहाँ गिरा है उस जगह का पता चल गया है.
उनका कहना है कि सोमवार को तलाशी अभियान के शुरू होने के बाद नेवी के गोताखोर दोनों फ़्लाइट रिकॉर्डर्स को समुद्र से निकाल लेंगे.
इंडोनेशिया के नैशनल ट्रांसपोर्ट सेफ़्टी कमेटी के प्रमुख सोर्जेंटो तजाहोनो ने बताया, "हमने दोनों ब्लैक बॉक्स के स्थान को चिह्नित कर लिया है. अब गोताखोर उसकी तलाश शुरू करेंगे और उम्मीद है कि हमें उन्हें पाने में ज़्यादा वक़्त नहीं लगेगा."
तलाशी अभियान रात होने की वजह से रोक दिया गया है. अब यह सोमवार की सुबह शुरू होगा.
इससे पहले विमान के कुछ हिस्से का मलबा, मृतकों के मानव अंग और यात्रियों से जुड़ी चीज़ें मिली हैं.
जकार्ता पुलिस के प्रवक्ता यूसरी यूनुस ने बताया कि तलाशी और बचाव दल को दो बैग मिले हैं.
उन्होंने बताया, "पहले बैग से यात्री के सामान तो दूसरे से यात्री के मानव अंग मिले हैं. पुलिस अभी इनकी शिनाख्त कर रही है."
पुलिस पीड़ितों के परिवार से डीएनए सैंपल और डेंटल रिकॉर्ड देने की गुजारिश कर रही है ताकि मानव अंगों की पहचान की जा सके.
शनिवार को स्रिविजया बोइंग 737 जब 62 यात्रियों को ले जा रहा था तो अचानक उससे संपर्क टूट गया और वो रडार से गायब हो गया.
विमान के साथ क्या हुआ?
स्रिविजया हवाई यात्री विमान शनिवार को स्थानीय समय के अनुसार दोपहर दो बजकर 36 मिनट पर जकार्ता हवाई अड्डे से रवाना हुआ.
परिवहन मंत्रालय के अनुसार कुछ मिनटों बाद दो बजकर 40 मिनट पर विमान के साथ आख़िरी संपर्क दर्ज किया गया था.
बोर्नियो द्वीप के पश्चिम में स्थित पोंतिअनक के लिए सामान्य उड़ान 90 मिनट की है.
नेशनल सर्च एंड रेस्क्यू एजेंसी के प्रमुख एयर मार्शल बैगस पुरुहितो के अनुसार विमान ने कोई संकट संकेत नहीं भेजा.
एक फ्लाइट ट्रैकिंग वेबसाइट के अनुसार, माना जा रहा है कि विमान एक मिनट से भी कम समय में 10 हज़ार फीट नीचे गिर गया.
प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि उन्होंने कम से कम एक विस्फोट देखा और सुना था.
एक मछुआरे सोलिहिन ने बीबीसी इंडोनेशियाई सेवा को बताया कि उसने एक दुर्घटना देखी और उसके कप्तान ने वापस किनारे जाने का फ़ैसला किया.
उन्होंने बताया, "विमान समुद्र में बिजली की तरह गिर गया और पानी में विस्फ़ोट हुआ. वो हमारे बहुत क़रीब हुआ, एक प्लाइवुड जैसी चीज़ लगभग मेरे जहाज़ पर लगी."
पास के एक द्वीप के कई निवासियों ने बीबीसी को बताया कि उन्हें ऐसी वस्तुएं मिलीं हैं जो शायद विमान की हैं.
विमान में कौन सवार थे?
ऐसा माना जा रहा है कि प्लेन में 50 लोग सवार थे जिनमें सात बच्चे, तीन नवजात और 12 चालक दल के सदस्य थे. इस प्लेन की क्षमता 130 यात्रियों की बताई जा रही है.
अधिकारियों का कहना है कि सभी इंडोनेशिया के ही नागरिक थे. इसमें सवार यात्रियों के रिश्तेदार चिंतित होकर पोंतिअनक और जकार्ता एयरपोर्ट पर इंतज़ार कर रहे हैं.
यामन ज़ाई ने रोते हुए पत्रकारों से कहा, "इस फ्लाइट में मेरे परिवार के चार लोग थे. मेरी पत्नी और तीन बच्चे. मेरी पत्नी ने बच्चे की तस्वीर भेजी थी... भला मैं अंदर से बिना टूटे कैसे रह सकता हूं?"
विमान के बारे में अब तक क्या पता है?
रजिस्ट्रेशन दस्तावेज़ के अनुसार बोइंग 737-500 प्लेन 26 साल पुराना था. स्रिविजया एयरलाइंस के सीईओ जेफ़र्सन इरविन जौवेना ने पत्रकारों से कहा कि प्लेन ठीक स्थिति में था.
उन्होंने कहा कि उड़ान भरने में 30 मिनट की देरी भारी बारिश के कारण हुई थी. स्रिविजया एयरलाइंस 2003 में अस्तित्व में आई. यह स्थानीय बजट की एयरलाइंस है, जिसकी उड़ानें इंडोनेशिया और दक्षिणी-पूर्वी एशियाई देशों तक सीमित हैं.
इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता से 20 किलोमीटर उत्तर में प्लेन से संपर्क टूटा जो उस जगह से ज़्यादा दूर नहीं है जहां 2018 के अक्तूबर महीने में प्लेन क्रैश हुआ था. तब इंडोनेशियाई लायन एयर फ्लाइट उड़ान भरने के 12 मिनट बाद समंदर में गिर गई थी और कुल 189 लोगों की मौत हुई थी.
तब प्लेन के डिज़ाइन को दुर्घटना के लिए ज़िम्मेदार बताया गया था लेकिन इसमें एयरलाइंस और पायलट की भी ग़लती थी. दुर्घटना के कारण ही बोइंग 737 मैक्स की सर्विस हटाने का फ़ैसला किया गया था.
लेकिन बाद में कई तरह की जाँच और सुधार के बाद दिसंबर में इसकी सर्विस बहाल की गई थी. जकार्ता में मौजूद बीबीसी के जेरोम विरावन का कहना है कि इस दुर्घटना के बाद से कई तरह के गंभीर सवाल उठ रहे हैं. लायन एयर के प्लेन क्रैश के बाद से इंडोनेशियाई एयरलाइंस इंडस्ट्री सुरक्षा को लेकर सवालों के घेरे में है.