ब्रेक्सिट प्रभाव: यूके से निकल रहे ईयू के नागिरक, भारतीयों की हो रही तेजी से एंट्री
लंदन। ब्रेक्सिट का अंजाम क्या यह तो आने वाला कुछ सालों में पता चलेगा, लेकिन इस वक्त यूरोपियन यूनियन के नागरिक तेजी से ब्रिटेन छोड़ रहे है और यूके जाने वाले भारतीयों की संख्या में वृद्धि हो रही है। गुरुवार को जारी हुई एक रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय प्रोफेशनल्स, वीजिटर्स, स्टूडेंट्स के वीजा संख्या में वृद्धी हुई है। सितंबर 2018 के अंत तक वीजिटर्स वीजा की संख्या में भारतीय सबसे ज्यादा है। यूके में वीजिट करने वाले चीन और भारत के कुल लोग 47 फीसदी है।
राष्ट्रीय सांख्यिकी के लिए कार्यालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, भारतीय पेशेवरों की मांग इस साल के दौरान भी जारी रही। यूके विश्वविद्यालयों में पढ़ाई करने वाले भारतीय छात्रों की संख्या में भी 33 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई, जो पहले 18,735 थी। यूके में चीनी और भारतीय छात्र इस साल कुल विदेशी छात्रों की संख्या में आधे से भी ज्यादा है।
इस साल भारतीयों के लिए परिवार से संबंधित वीजा में भी वृद्धि हुई (881 से 3,574 तक)। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि भारतीयों को दिए गए ईईए पारिवारिक परमिट (ईयू नागरिकों के परिवारों के सदस्य) की संख्या 4,245 से बढ़कर 8,360 हो गई है।
यूके में आने से अधिक यूरोपियन यूनियन के नागरिकों को छोड़ने वाले आंकड़े ब्रिक्सिट के प्रभाव पर नई चिंता का संकेत देते हैं।