वीजा स्कैम में फंसे भारतीय छात्रों पर अमेरिका ने दिया बयान, कहा अपराध के बारे में थी जानकारी
वॉशिंगटन। अमेरिका की तरफ से पिछले दिनों वीजा की धोखाधड़ी से जुड़े आरोपों में गिरफ्तार किए गए भारतीय छात्रों पर प्रतिक्रिया दी गई है। अमेरिकी विदेश विभाग की ओर से कहा गया है कि भारतीय छात्रों को मालमू था कि वे क्या अपराध कर रहे हैं। पिछले दिनों एक फेक यूनिवर्सिटी में एडमिशन की आड़ में चल रहे वीजा स्कैम का पर्दाफाश हुआ है। इस पूरे प्रकरण में 130 विदेशी छात्रों को गिरफ्तार किया गया जिसमें 129 छात्र भारतीय हैं। भारत की ओर से राजधानी दिल्ली स्थित अमेरिकी दूतावास के पास इस पूरे मामले में एक डेमार्श भेजकर आपत्ति दर्ज कराई गई थी।
अंडरकवर एजेंट्स की ओर से चलाया गया ऑपरेशन
अमेरिकी विदेश विभाग की ओर से कहा गया है, 'इस घोटाले में शामिल छात्रों को मालूम था कि यहां पर कोई भी क्लास या फिर इंस्ट्रक्टर नहीं है। उन्हें मालमू था कि वे अमेरिका में बने रहने की कोशिशों में एक अपराध में शामिल होने जा रहे हैं।' विदेश विभाग की ओर से प्रतिक्रिया भारत की तरफ से पिछले दिनों उठाए गए कदम के बाद आई है। भारत ने अमेरिकी दूतावास के सामने इस पूरे मसले को लेकर विरोध दर्ज कराया था। भारत की ओर से हिरासत में लिए गए भारतीय छात्रों पर चिंता भी जताई गई थी। इसके साथ ही भारत ने उन्हें तुरंत ही काउंसलर एक्सेस मुहैया कराने की मांग की थी। भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा था कि सरकार इस पूरे मसले पर करीब से नजर रखे हुए है। 'पे एंड स्टे' इस रैकेट को चला रहे आठ भारतीयों को भी गिरफ्तार किया गया था। पिछले हफ्ते अमेरिका के होमलैंड सिक्योरिटी विभाग की ओर से 130 विदेशी छात्रों को गिरफ्तार किया गया था। इन छात्रों को होमलैंड सिक्योरिटी विभाग की ओर से स्थापित नकली यूनिवर्सिटी जिसका नाम यूनिवर्सिटी ऑफ फार्मिंगटन था, वहां पर अंडरकवर एजेंट्स की ओर से चलाए गए ऑपरेशन के बाद गिरफ्तार किया गया था।