
अमेरिका में गन कल्चर कैसे खत्म हो? भारतीय आध्यात्मिक गुरु से मिले अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन
वॉशिंगटन, जून 13: अमेरिका में गन कल्चर के खिलाफ पहली बार लगातार आवाजें उठ रही हैं और पिछले एक महीने में दो दर्जन से ज्यादा लोग खौफनाक गन कल्चर की चपेट में आकर जान गंवा चुके हैं। और ऐसा पहली बार हो रहा है, कि अमेरिकी गन कल्चर के खिलाफ लोग रैलियां निकाल रहे हैं और सरकार से मांग कर रहे हैं, कि गन कल्चर के खिलाफ सख्त कानून बनाया जाए। वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन भी गन कल्चर के खिलाफ मुखर हैं। वहीं, गन कल्चर कैसे खत्म हो, इस बाबत अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने भारतीय आध्यात्मिक गुरु से मुलाकात की है।

आध्यात्मिक गुरु से मुलाकात
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भारतीय आध्यात्मिक गुरु से मुलाकात की है। इस दौरान भारतीय आध्यात्मिक गुरु ने अमेरिकी राष्ट्रपति को 'हिंसा' और गन कल्चर से निपटने के लिए अमेरिकी स्कूलों में "शांति शिक्षा" शुरू करने का सुझाव दिया है। जैन नेता आचार्य लोकेश मुनि ने यूएस राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर तस्वीरें डाली हैं। इस दौरान अमेरिका के कई सांसद भी वहां मौजूद थे। आपको बता दें कि, जैन नेता आचार्य लोकेश मुनि, जो वर्तमान में एक महीने की अमेरिका यात्रा पर हैं, उन्होंने पिछले हफ्ते लॉस एंजिल्स में डेमोक्रेटिक पार्टी के एक कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रपति बाइडेन से मुलाकात की।

बाइडेन को दिया सुझाव
जैन नेता आचार्य लोकेश मुनि ने बैठक के दौरान बाइडेन से कहा कि, 'समस्या केवल बंदूकें नहीं है, बल्कि समस्या मानसिकता के साथ है, असली समाधान हमारे दिमाग के अंदर उस मानसिकता को प्रशिक्षित करना है।" उन्होंने कहा कि, "हमें प्राथमिक स्तर से ही 'शांति शिक्षा' शुरू करने की जरूरत है, और अगर हम ऐसा करने में सफल होते हैं, तो हम एक स्थायी समाधान खोज लेंगे।"

अमेरिका में भारी गन कल्चर
आपको बता दें कि, 24 मई को एक बंदूकधारी शख्स ने टेक्सास के उवाल्डे में एक प्राथमिक विद्यालय में घुसकर 19 बच्चों और दो शिक्षकों की हत्या कर दी थी, जो अमेरिका में लगभग एक दशक में सबसे घातक स्कूल शूटिंग वारदातों में से एक थी। उस नरसंहार के बाद से, विभिन्न क्षेत्रों की कई हस्तियों ने अमेरिका में "बंदूक की जिम्मेदारी" सुनिश्चित करने की अपील की है। लेकिन जैन मुनि ने इस जटिल, गहरी जड़ें और बहुआयामी मुद्दे पर एक अलग दृष्टिकोण पेश किया।

जैन मुनि ने क्या कहा?
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से मुलाकात के दौरान उन्होंने कहा कि, 'बंदूक केवल एक उपकरण है, बल्कि, वास्तविक समस्या मानव मस्तिष्क है। मैं यह केवल एक भारतीय साधु या जैन संत होने के नाते नहीं कह रहा हूं। यह एक वैज्ञानिक सत्य है, चिकित्सा विज्ञान भी स्वीकार करता है कि यदि छात्र का सहानुभूति तंत्रिका तंत्र या तो पैरासिम्पेथेटिक तंत्रिका तंत्र की तुलना में अधिक सक्रिय है, तो वह या तो एक हीन भावना में चला जाएगा या इतना आक्रामक हो जाएगा कि छात्रों द्वारा टेक्सास और वर्जीनिया विश्वविद्यालय में कई लोगों को गोली मारते हुए देखा जाएगा'। आपको बता दें कि, बंदूक हिंसा अमेरिका में अकाल मृत्यु का एक प्रमुख कारण है। अमेरिकन पब्लिक हेल्थ एसोसिएशन के अनुसार, गन वायलेंस हर साल 38, 000 से अधिक लोगों को मारती हैं और लगभग 85,000 लोगों को घायल करती हैं।
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