इंडियन नेवी कमांडर अभिलाष टोमी को कड़ी मशक्कत के बाद बचाया गया
पर्थ। इंडियन नेवी कमांडर और ग्लोडन ग्लोब रेस में भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे अभिलाष टोमी को बचा लिया गया है। अभिलाष को फ्रांस के जहाज ओसाइरिस की मदद से बचाया गया है और वह पूरी तरह से होश में हैं। कमांडर टोमी के जहाज का नाम थूरिया है जो एक तफान की वजह से अस्त व्यस्त हो गया और इसकी वजह से टोमी को पीठ में गंभीर चोट आ गई थी। टोमी को हिंद महासागर के दक्षिण में बचाया गया है। यह जगह ऑस्ट्रेलिया के पर्थ से करीब 1900 नॉटिकल मील या 3,000 किलोमीटर की दूरी पर है तो केप कोमोरिन से इसकी दूरी करीब 2700 किलोमीटर दूर है।
रविवार सुबह मिली कमांडर टोमी की स्थिति
रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण की ओर से रविवार को बताया गया था कि कमांडर टोमी को बचाने के सारे प्रयास जारी हैं और अगले 16 घंटे में उन्हें बचा लिया जाएगा। कैनबरा स्थित ऑस्ट्रेलियन रेस्क्यू को-ऑर्डिनेशन सेंटर रेस्क्यू मिशन ने भी उन्हें बचाने में मदद की। इस रेस्क्यू में इंडियन नेवी और ऑस्ट्रेलियन डिफेंस डिपार्टमेंट भी शामिल रहे। नेवी की ओर से दी गई जानकारी में बताया गया कि पी-8I एयरक्राफ्ट ने रविवार को सुबह 7:50 मिनट पर एसवी थूरिया का पता लगाया था। इंडियन नेवी के सूत्रों की ओर से दी गई जानकारी में कहा गया है कि पी-8i की वजह से ऑस्ट्रेलिया एमआरसीसी को बड़ा क्लू मिला और उसे थूरिया के बारे में कई जानकारियां हासिल हो सकीं।
भारत की ओर से आईएनएस सतपुड़ा को रवाना किया गया है। इंडियन नेवी ऑस्ट्रेलिया के रीजनल मैरीटाइम रेस्क्यू को-ऑर्डिनेशन सेंटर (एमआरसीसी) के साथ मिलकर मिशन में लगी हुई है। आईएनएस सतपुड़ा के अलावा एक चेतक हेलीकॉप्टर और टैंकर आईएनएन ज्योति भी जो हिंद महासागर में हैं उन्हें मिशन के लिए रवाा कर दिया गया है। बयान के मुताबिक कमांडर अभिलाष टोमी की ओर से मैसेज भेजा गया था और इस मैसेज से पता लगता है कि कमांडर सुरक्षित हैं लेकिन पीठ की चोट की वजह से चल नहीं पा रहे हैं।