Indian china border disengagement: LAC के पैंगोंग पर ITBP के जवान करते रहेंगे पेट्रोलिंग
भारत की ITBP के जवान पैंगोंग पर नजर रखते हुए गैर-विवादित हिस्से पर नजर रखेंगे ताकि चीन अगर कोई साजिश करे तो फौरन भारतीय जवान मौके पर पहुंच सकें।
नई दिल्ली: भले ही भारत-चीन के बीच पैंगोंग सो को लेकर समझौता हो गया हो और दोनों देश की फ्रंटलाइन सेना तेजी से पीछे हट गई हों लेकिन ITBP यानि इंडियन तिब्बत बॉर्डर पुलिस के जवान सरहदी इलाके की गश्त करते रहेंगे। पैंगोंग सो के नॉर्थ और सॉउथ ब्लॉक से दोनों देश के जवान पीछे हट चुके हैं लेकिन ITBP के जवान लद्दाख से सरहद पर नजर रखते हुए पेट्रोलिंग करते रहेंगे ताकि किसी भी साजिश का फौरन मुंहतोड़ जबाव दिया जा सके।
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सरहद पर हमेशा होगी नजर
भारत और चीन, दोनों देशों के बीच हुए समझौते के तहत 10 फरवरी से दोनों देश की सेना ने पैंगोंग सो से पीछे हटने का सिलसिला शुरू किया था और भारतीय सेना लगातार चीन पर नजर रख रही है। सबसे ज्यादा तनाव इसी इलाके में था। तय समझौते के तहत भारतीय सेना फिंगर-3 से पीछे हट रही है तो चीनी सेना को फिंगर 8 तक पीछे हटना होगा। इस क्षेत्र में तय समझौते के मुताबिक अभी गश्त नहीं किया जाएगा। आपको बता दें कि भारतीय सेना जहां फिंगर-8 तक गश्त करती है तो चीनी सेना फिंगर-4 तक गश्त करती रही है। अब जब तक दोनों देशों के बीच पेट्रोलिंग एरिया पर सहमति नहीं बन जाती है तबतक दोनों देश की सेना देपसांग, गोगरा, हॉट स्प्रिंग और कोंगका ला तक दोनों देश की सेना पेट्रोलिंग नहीं करेगी।
भारतीय सेना के मुताबिक, LAC पर भारतीय सेना उन एरिया में अभी भी पेट्रोलिंग करती रहेगी जिन जगहों पर पहले पेट्रोलिंग किया करती थी। भारतीय सेना फिलहाल सिर्फ विवादित जगहों पर ही पेट्रोलिंग नहीं करेगी। भारतीय सेना मैदानी इलाकों के साथ साथ इनर एरिया और उत्तराखंड की तरफ जाने वाले रास्ते में भी पेट्रोलिंग करती रहेगी। चीनी सेना ने लेक के उत्तरी हिस्से को खाली कर दिया है वहीं चीनी सेना द्वारा बनाई गई जेट्टी, हेलीपैड और दूसरे ढांचों को भी नष्ट कर दिया गया है। जबकि चीनी टैंक पहले ही पीछे हट चुके हैं।
रक्षामंत्री ने दिलाया था भरोसा
पिछले हफ्ते भारतीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने संसद में चीनी सेना के साथ हुए समझौते पर बयान देते हुए कहा था कि चीन के साथ हुए समझौते के तहत भारत ने कुछ भी नहीं खोया है। इससे चीन भी भारत का संकल्प जान गया है। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि नॉर्थ एरिया में भारत अपनी सेना को धन सिंह थापा पोस्ट तक रखेगा, जबकि चीन फिंगर-3 एरिया में अपनी सेना को रखेगा। रक्षामंत्री ने देश को भरोसा दिलाया है कि जल्द ही LAC पर पुरानी स्थिति को बहाल कर लिया जाएगा और यही स्थिति साउथ पोस्ट पर भी रहेगी।
वहीं, ITBP का कहना है कि LAC पर लद्दाख एरिया में भारतीय सेना की तैनाती उसी तरह से रहेगी जैसे पहले थी। फिलहाल लद्दाख रीजन में भारतीय सेना की 60 एडिशनल कंपनियां तैनात हैं मतलब 6 हजार से ज्यादा जवान सरहद की रक्षा और चीनी सैनिकों की किसी भी साजिश को मुंहतोड़ जबाव देने के लिए मुस्तैद रहेंगे। ITBP का कहना है कि चीनी सेना के साथ शांति समझौता जारी है और अगर आने वाले वक्त में LAC के सभी एरिया में शांतिपूर्वक डिसइंगेजमेंट हो जाता है तो ITBP के जवानों की संख्या भी कम कर दी जाएगी।