रूस की 75वीं विजय दिवस परेड में भारतीय सेना ने दिखाई अपनी ताकत, देखें तस्वीरें और वीडियो
मास्को। रूस की राजधानी मॉस्को में आज यानी 24 जून को विजय दिवस परेड (victory day parade) का आयोजन हो रहा है। इस परेड में भारतीय सेना ने भी अपनी ताकत दिखाई है। इस दल में भारत की तीनों सेनाएं शामिल हैं। रूस इस बार विजय दिवस की 75वीं वर्षगांठ मना रहा है। रूस दूसरे विश्व युद्ध में जर्मनी के खिलाफ जीत की याद में हर साल विजय दिवस परेड का आयोजन करता है। इस बार विजय दिवस परेड के इस कार्यक्रम में भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी शामिल हुए हैं।
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रक्षा मंत्री ने कहा- गर्व हो रहा है
इस मौके पर रक्षा मंत्री ने ट्वीट भी किया। जिसमें उन्होंने कहा, '1941-1945 को हुए युद्ध में सोवियत लोगों की जीत की 75वीं सालगिरह के मौके पर मॉस्को में रेड स्क्वायर पर विजय दिवस की परेड में शामिल हुआ हूं। मुझे गर्व हो रहा है कि भारतीय सश्स्त्र बल की त्रि-सेवा टुकड़ी भी इस परेड में हिस्सा ले रही है।' इसके साथ ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक और ट्वीट किया। जिसमें उन्होंने परेड की तस्वीरें शेयर करते हुए कहा कि उनके लिए ये काफी खुशी का पल है और वह गर्व महसूस कर रहे हैं।
भारतीय सेना ने भी अपनी ताकत दिखाई
इस परेड में 19 देशों के साथ भारतीय सेना ने भी अपनी ताकत दिखाई है। भारत की तीनों सेना के 75 सदस्यों वाली टुकड़ी इसमें शामिल हुई है। भारतीय सैनिकों की अगुआई सिख लाइट इनफेंट्री रेजिमेंट के मेजर रैंक के अफसर कर रहे हैं। दूसरे विश्व युद्ध में सिख लाइट इनफेंट्री की तरफ से जो बहादुरी दिखाई गई थी, उसकी मिसाल आज तक दी जाती है। इस रेजीमेंट को चार युद्ध सम्मान और दो मिलिट्री क्रॉस हासिल हुए हैं। इसके अलावा कुछ और वीरता पुरस्कार इसके नाम पर हैं।
रूस की आधिकारिक यात्रा पर हैं रक्षा मंत्री
इससे पहले रक्षा मंत्री ने कहा था कि मॉस्को की उनकी यात्रा कोरोना वायरस के बीच पहली आधिकारिक विदेश यात्रा है। यह यात्रा भारत और रूस के बीच विशेष मित्रता का संकेत है। हम कोरोना महामारी के कठिन समय में भी विभिन्न स्तरों पर अच्छे बने हुए हैं। उन्होंने कहा था कि उनके और रूस के उप प्रधानमंत्री यूरी बोरिसोव के साथ द्विपक्षीय रक्षा संबंधों की समीक्षा बैठक हुई है। दोनों के बीच की बैठक सकारात्मक और सफल रही है। रूसी उप प्रधानमंत्री ने आश्वासन दिया है कि दोनों देशों के बीच चल रहे अनुबंधों को बनाए रखा जाएगा, वहीं रक्षा सौदों को जल्द से जल्द पूरा किया जाएगा।
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी भी हुए थे शामिल
साल 2015 में पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी इस विजय दिवस परेड में शामिल होने के लिए रूस पहुंचे थे। उस समय भी 75 सदस्यों वाले दल ने हिस्सा लिया था और तब ग्रेनेडियर रेजीमेंट ने सेना का नेतृत्व किया था। रूस, भारत का सबसे महत्वूपर्ण रणनीतिक साझीदार है। रूस ने पिछले दिनों लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर भारत-चीन के बीच जारी तनाव को खत्म करने के लिए नई दिल्ली की तरफ से की जा रही कोशिशों को सराहा है। विजय दिवस परेड का आयोजन मॉस्को के रेड स्क्वॉयर पर किया जाता है। रूस ने अपने दो करोड़ लोगों को दूसरे विश्व युद्ध में गंवा दिया था।
#WATCH Russia: A Tri-Service contingent of Indian Armed Forces participates in the Victory Parade at Red Square in Moscow, that marks the 75th anniversary of Russia's victory in the 1941-1945 Great Patriotic War. pic.twitter.com/jamcyb6C9m
— ANI (@ANI) June 24, 2020
रूस
दौरे
पर
रक्षा
मंत्री
राजनाथ
सिंह
ने
कहा-कम
वक्त
में
पूरा
करेंगे
रक्षा
सौदा