अमेरिका से आएगा ‘आसमान का अजगर’! दुश्मनों को धूल चटाने F-15EX खरीदने पर बन सकती है बात
भारत और अमेरिका ने F-15EX मल्टी रोल कॉम्बेट एयरक्राफ्ट को लेकर बातचीत शुरू हो गई है। पिछले हफ्ते ही अमेरिकी सरकार ने अमेरिकी वायुसेना को F-15EX मल्टी रोल कॉम्बेट एयरक्राफ्ट भारत को बेचने की मंजूरी दी थी।
F-15EX Deal Talk: किसी भी पल चीनी सैनिकों को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए भारतीय वायुसेना लगातार अपनी ताकत बढ़ा रही है। इस बार भारत ने अमेरिका से 'आसमान का अजगर' खरीदने की दिशा में कदम बढ़ा दी है। अगर भारत अमेरिका से ये डील करने में कामयाब हो जाता है तो यकीन मानिए चीन भारत को अगली बार आंख दिखाने से पहले सौ बार सोचेगा।
F-15EX मल्टी रोल कॉम्बेट एयरक्राफ्ट डील
भारत और अमेरिका ने F-15EX मल्टी रोल कॉम्बेट एयरक्राफ्ट को लेकर बातचीत शुरू हो गई है। पिछले हफ्ते ही अमेरिकी सरकार ने अमेरिकी वायुसेना को F-15EX मल्टी रोल कॉम्बेट एयरक्राफ्ट भारत को बेचने की मंजूरी दी थी और अब इसे खरीदने को लेकर भारतीय वायुसेना और अमेरिकी वायुसेना के बीच बातचीत भी शुरू हो चुकी है। दोनों वायुसेना के बीच F-15EX मल्टी रोल कॉम्बेट एयरक्राफ्ट को लेकर कई जानकारियां शेयर की गईं हैं। भारत के एक सीनियर बोइंग ऑफिसर के मुताबिक अमेरिकी सरकार ने भारत को अत्याधुनिक F-15EX मल्टी रोल कॉम्बेट एयरक्राफ्ट की बिक्री को लेकर मंजूरी दे दी है।
F-15EX मल्टी रोल कॉम्बेट एयरक्राफ्ट एक अत्याधुनिक और उन्नत क्षमताओं से युक्त, दिन और रात किसी भी वक्त आसमान में शत्रुओं को दहला देने की क्षमता रखने वाला एयरक्राफ्ट है। बोइंग इंटरनेशनल सेल्स एंड इंडस्ट्रियल पार्टनरशिप मारिया एच लेन और वाइस प्रेसीडेंट जैफ शॉकली ने भारतीय समाचार एजेंसी PTI को बताया कि दोनों सरकारों के बीच F-15EX मल्टी रोल कॉम्बेट एयरक्राफ्ट को लेकर बातचीत शुरू हो गई है। इस एयरक्राफ्ट को लेकर तमाम जानकारियां भारतीय वायु सेना को सौंप दी गई है। उन्होंने बताया कि अमेरिकी सरकार से इजाजत मिलने के साथ ही दोनों देशों के बीच इस डील को लेकर बातचीत शुरू हो चुकी है।
विश्व की सबसे बड़ा डील !
अप्रैल 2019 में इंडियन एयरफोर्स ने रिक्वेस्ट फॉर इनफॉर्मेशन देकर इस एयरक्राफ्ट को खरीदने की इजाजत मांगी थी। उस वक्त भारत सरकार ने 114 एयरक्राफ्ट खरीदने के लिए 18 बीलियन डॉलर देने की बात कही थी। 114 एयरक्राफ्ट के लिए ये डील इस वक्त दुनिया की सबसे बड़ी एयरफोर्स डील है। हालांकि, अमेरिकी एयरफोर्स ने जुलाई 2023 में 23 बीलियन डॉलर कीमत रखी थी। F-15EX मल्टी रोल कॉम्बेट एयरक्राफ्ट की प्रदर्शनी अगले हफ्ते बेंगलुरू में होने वाले एयरो इंडिया 2021 में लगाई जाएगी। इस प्रदर्शनी में भारत के कई लड़ाकू विमानों F-21, रफाल के साथ यूरोपियन फाइटर टाइपन, रसियन एयरक्राफ्ट MIG 35 और साब ग्रिपेन को भी शामिल किया जाएगा।
F-15EX मल्टी रोल कॉम्बेट एयरक्राफ्ट की खासियत
F-15EX मल्टी रोल कॉम्बेट एयरक्राफ्ट कई मायनों में भारतीय वायु सेना को और ज्यादा खतरनाक बना देगा। एफ-15ईक्स विमान अमेरिका के F-15E स्ट्राइक ईगल का लेटेस्ट वर्जन है। जिसे बोइंग डिफेंस स्पेस एंड सिक्योरिटी ने एयरोस्पेस कंपनी मैक्डॉनल डगलस के साथ मिलकर तैयार किया था। ये एयरक्राफ्ट परमाणु क्षमता से लैस है साथ ही इससे रात के वक्त भी हमला किया जा सकता है। सबसे खास बात ये है कि इस विमान को खरीदने की पीछे भारत सरकार के मन में चीन है। क्योंकि, अगर चीन से कभी लड़ाई होती है तो भारतीय सेना को पहाड़ों की चोटियों और काफी ऊंचाई पर लड़नी पड़ेगी। इस लिहाजा से F-15EX एयरक्राफ्ट पूरी तरह से फिट है। ये हवा से हवा में अत्यंत तेज गति से मार करने में सक्षम है।
रफाल और F-15EX में तुलना
भारतीय वायुसेना ने फ्रांस से रफाल खरीदा है। जिसकी डिलिवरी हो रही है। कई रफाल विमान अब तक भारत आ भी चुके हैं। वहीं अगर F-15EX की रफाल विमान से तुलना की जाए तो F-15EX रफाल की तुलना में काफी बड़ा है और इसका मेक्सिमम वजन 36 टन के करीब होता है। भारत के पास मौजूद सुखोई विमान का भी वजन 36 टन के करीब होता है। सुखोई का SU-30MKI लड़ाकू विमानों को भारतीय सेना के लिए रीढ़ की हड्डी माना जाता है। वहीं, F-15EX बनाने वाली कंपनी बोइंग का दावा है कि F-15EX 13 टन तक के वजन के हथियार और ईंधन के साथ किसी भी वक्त हवा में उड़ान भर सकता है। जबकि रफाल की क्षमता 9.5 टन क्षमता के साथ उड़ान भरने की है। बोइंग ने F-15EX को लेकर यह भी दावा कर रखा है कि F-15EX 22 एयर टू एयर मिसाइलों को एक साथ ले जा सकता है। जो अबतक भारत के पास मौजूद किसी भी एयरक्राफ्ट में नहीं है।