भारत-अमेरिकी संबंधों को नई दिशा में लेकर जाएगा सितंबर में होने वाला 2+2 डायलॉग
वॉशिंगटन। भारत और अमेरिका के बीच छह सिंतबर को 2+2 डायलॉग होने वाला है। इस डायलॉग से पहले ट्रंप प्रशासन की एक बड़ी अधिकारी की ओर से अहम बयान दिया गया है। भारत और अमेरिका के बीच यह पहला 2+2 डायलॉग है जिसे पहले छह जुलाई को होना था। उस समय अमेरिका ने इसे 'अपरिहार्य कारणों' से रद्द कर दिया था। अब सितंबर में होने वाले इस डायलॉग के लिए अमेरिकी रक्षा मंत्री जिम मैटीस और विदेश मंत्री माइक पोंपेयो भारत आएंगे। इससे पहले यह डायलॉग अमेरिका के वॉशिंगटन में होना था जहां पर भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण को अपने अमेरिकी समकक्षों से मुलाकात करनी थी।
संबंधों को आगे बढ़ाने की पहली सीढ़ी
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन में साउथ और सेंट्रल एशिया से जुड़े मामलों की प्रिंसिपल डिप्टी सेक्रेटरी एलिस वेल्स की मानें तो भारत और अमेरिका के बीच होने वाला यह डायलॉग कई मायनों में अहम है। वेल्स का कहना है कि यह डायलॉग, भारत और अमेरिका के बीच संबंधों को आगे बढ़ाने की पहली सीढ़ी होगा। इससे पहले अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता हीथर नाउएर्ट ने कहा था कि इस डायलॉग से अमेरिका काफी खुश है और अब संबंधों को नए आयाम पर पहुंचाएगा। उन्होंने आगे कहा था कि पोंपेयो और मटीस अब अपने भारतीय समकक्षों से मुलाकात का इंतजार कर रहे हैं। वे मुलाकात के दौरान रणनीति संबंधों को मजबूत करने के अलावा सुरक्षा और रक्षा सहयोग को बढ़ाने पर भी चर्चा करेंगे। नाउएर्ट ने कहा अमेरिका और भारत दोनों ही भारतीय-प्रशांत क्षेत्र और इससे बाहर मौजूद चुनौतियों पर चर्चा करेंगे।
पिछले वर्ष बनी थी रजामंदी
दोनों देशों के बीच इस नए तरह के डायलॉग पर उस समय रजामंदी बनी थी जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पिछले वर्ष अमेरिका गए थे। जून 2017 में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के निमंत्रण पर पीएम मोदी ने व्हाइट हाउस का दौरा किया और दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय वार्ता हुई। इसी दौरान दोनों देश बातचीत के इस नए फॉर्मेट के लिए राजी हुए थे।पिछले वर्ष जून के बाद दोनों देशों की ओर से इस डायलॉग के लिए कई तारीखों पर विचार-विमर्श हुआ और अंत में छह जुलाई की तारीख पर सहमति बनी। इससे पहले इस वर्ष की शुरुआत में भी इस डायलॉग को कैंसिल किया गया था। इस डायलॉग को दोनों देशों के रणनीतिक रिश्तों के बीच एक नया कदम माना जा रहा है।