पाकिस्तान: दक्षिण एशिया में शांति के लिए खतरा बन रहा भारत
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरीफ अल्वी ने दक्षिण एशिया भारत को रणनीति स्थिरता के लिए खतरा बताया है। पाकिस्तानी राष्ट्रपति ने कहा कि भारत अपने खतरनाक हथियारों और आक्रमक रवैये से क्षेत्रीय खतरा पैदा कर रहा है। पाकिस्तान रेडियो से बात करते हुए अल्वी ने कहा कि अपनी संप्रभुता और क्षेत्रीय एकता के लिए पाकिस्तान की क्षमता पर किसी को भी शक नहीं होना चाहिए। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के फाउंडिंग मेंबर अल्वी को इमरान खान ने जीत के बाद राष्ट्रपति बनाया है।
पाकिस्तान के राष्ट्रपति ने कहा कि कुछ देश भेदभावपूर्ण व्यवहार करते हुए पड़ोसी देश को न्यूक्लियर टेक्नॉलोजी और एडवांस मिलिट्री हार्डवेयर सप्लाई कर क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करने का काम कर रहे हैं। अल्वी ने कहा कि इससे नॉन-प्रोलिफिरेशन रिजीम को कम आंकने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान रणनीतिक स्थिरता के लिए हमेशा प्रतिबद्ध है और आगे भी अपनी जिम्मेदारी जारी रखेगा।
अल्वी ने इंटरनेशनल कम्युनिटी को आग्रह किया है कि 'सर्जिकल स्ट्राइक' और 'लिमिटेड वॉर' जैसी बातों को नोटिस में लें, जो कि खतरनाक प्रवृत्ति को दर्शाता है। अल्वी ने भारत का बिना नाम लिए कहा कि इस प्रकार की कल्पानाएं (सर्जिकल स्ट्राइक और लिमिटेड वॉर) गंभीर परिणाम के जिम्मेदार होगी।
उन्होंने कहा कि 1974 में न्यू्क्लियर विस्फोट के बाद भी पाकिस्तान ने दक्षिण एशिया को परमाणु हथियारों से मुक्त रखने के उद्देश्य से निरंतर प्रयास किया है। अल्वी ने दावा किया कि परमाणु अप्रसार के लिए उनका प्रस्ताव अच्छी तरह से प्रलेखित हैं। उन्होंने कहा कि 1998 में भारत द्वारा परमाणु परीक्षणों ने दक्षिण एशिया में परमाणु मुक्त क्षेत्र के लिए किसी भी संभावना को खत्म कर दिया था