अमेरिका में भारतीय दूतावास ने ट्रंप प्रशासन के सामने उठाया श्रीनिवास की मौत का मुद्दा
अमेरिकी विदेश विभाग का बयान अमेरिका में भारतीय दूतावास की ओर से भारतीय इंजीनियर की हत्या पर की गई है पहल। विदेश विभाग से हत्या की जांच में तेज कार्यवाही के लिए कहा गया।
वॉशिंगटन। 22 फरवरी को कानसास बार शूटिंग में मारे गए हैदराबाद के टेकी श्रीनिवास कुचीभीतोला की हत्या की जांच के लिए अमेरिका स्थित भारतीय दूतावास की ओर से पहल की गई है। अमेरिकी विदेश विभाग की ओर से बयान दिया गया है कि भारत ने उससे हत्या की जांच में तेजी लाने के लिए कहा है। इस बीच सोमवार को श्रीनिवास का शव उनके गृहनगर हैदराबाद पहुंच गया था।
क्या कहा व्हाइट हाउस ने
श्रीनिवास के भाई वी माधव ने कहा है कि उन्हें हर तरह का जरूरी समर्थन मिल रहा है। वह सरकार से अनुरोध करेंगे कि वह यह सुनिश्चित करे कि आगे ऐसी घटनाएं दोबारा न हों। व्हाइट हाउस के प्रेस सेक्रेटरी सीन स्पीयर ने कहा है कि श्रीनिवास की हत्या से जुड़ा जो शुरुआती रिपोर्ट्स कानसास से आई हैं वह काफी परेशान करने वाली हैं। उन्होंने कहा कि अभी पूरा मसला सामने आ रहा है और शुरुआती जानकारी काफी हैरान करने वाली हैं। 51 वर्ष के एडम पुरिंटन जो एक यूएस नेवी वेटरन हैं, उन्होंने अचानक से कानसास के एक बार में फायरिंग शुरू कर दी थी। इस फायरिंग में जहां श्रीनिवास की मौत हो गई तो वहीं एक और भारतीय आलोक मदासानी घायल हो गए। साथ ही एक अमेरिकी भी बीच-बचाव में घायल हो गए थे।
ट्रंप को जिम्मेदार मानने से किया इंकार
इससे पहले शुक्रवार को भी व्हाइट हाउस के प्रेस सेक्रेटरी सीन स्पीयर का बयान आया था। उन्होंने मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि किसी भी जिंदगी का नुकसान बेहद दुखद है लेकिन कानसास की घटना को ट्रंप के इमीग्रेशन पर लिए गए एक्शन से जोड़ना बिल्कुल बेतुका है। स्पीयर की मानें तो इस घटना के पीछे के मकसद का पता लगाना अभी बहुत जल्दबाजी होगा। वहीं गोली मारने वाले एडम ने पुलिस को बताया था कि उन्हें लगा कि तीनों मीडिल ईस्ट के रहने वाले हैं और इसलिए उन्होंने हमला किया। गोली चलाते वक्त एडम चीख रहे थे, 'मेरे देश से निकल जाओ।'