सिख टीचर को जबरन बनाया मुस्लिम तो भारत हुआ नाराज, पाकिस्तान को लगाई जमकर फटकार
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि भारत सरकार ने 20 अगस्त को देश के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में एक महिला सिख शिक्षिका के कथित अपहरण और जबरन धर्म परिवर्तन की घटना को पाकिस्तान सरकार के सामने उठाया है।
नई दिल्ली, 27 सितंबरः विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि भारत सरकार ने 20 अगस्त को देश के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में एक महिला सिख शिक्षिका के कथित अपहरण और जबरन धर्म परिवर्तन की घटना को पाकिस्तान सरकार के सामने उठाया है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने उम्मीद जताई कि जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
केंद्र ने इस निंदनीय घटना पर चिंता व्यक्त की
राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग ने एक बयान में कहा कि उसने पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा इलाके में एक सिख लड़की के अपहरण और जबरन धर्म परिवर्तन के संबंध में मीडिया की खबरों का संज्ञान लिया था। राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग को दिए जवाब में एस. जयशंकर ने कहा कि केंद्र ने इस तरह की चौंकाने वाली और निंदनीय घटना पर अपनी गंभीर चिंता व्यक्त की है।
अल्पसंख्यक आयोग ने विदेश मंत्री से किया था अनुरोध
राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग प्रमुख इकबाल सिंह लालपुरा ने 22 अगस्त को एक पत्र के माध्यम से विदेश मंत्री से अनुरोध किया था कि वह इस मामले को पाकिस्तान में अपने समकक्ष के साथ उठाएं ताकि इस प्रकार की घटना की पुनरावृत्ति न हो और पड़ोसी देश में सिखों की सुरक्षा सुनिश्चित हो तथा उनके खिलाफ नफरत को रोकने एवं उसका मुकाबला करने के लिए उचित कदम उठाए जाएं।
सिख शिक्षिका की जबरन शादी
बतादें कि खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के बुनेर जिले में सिख टीचर दीना कौर का कथित तौर पर बंदूक की नोक पर अपहरण कर लिया गया और उसके अपहरणकर्ता से जबरन शादी करा दी गई थी। दीना कौर के परिजनों को बताया गया कि दीना का निकाह हो गया है। घटना के बाद परिजन पुलिस थाने पहुंचे, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। परिजन ने बताया कि स्थानीय पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने से इनकार कर दिया है और सिख समुदाय को चुप रहने के लिए कहा है। यह मामला पाकिस्तान ही नहीं भारत में भी काफी चर्चित हुआ था।
गुरचरण ने प्रशासन पर गुमराह करने का लगाया आरोप
मामला भड़कता देख पुलिस ने फौरन दीना कौर को ढूंढकर महिला निवास भेज दिया और अपहरणकर्ता हिजबुल्लाह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। इसके कुछ समय बाद पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत की स्वात जिला अदालत ने अपहरणकर्ता हिजबुल्लाह को मेहर की रकम को 15 लाख करने का आदेश दिया और कहा कि अगर वह यह नहीं कर पाता है तो दीना को दर उल अमन यानी महिलाओं के शेल्टर में भेज दिया जाएगा। दीना के पिता गुरचरण ने प्रशासन पर गुमराह किए जाने का आरोप लगाया। गुरचुरन ने कहा उन्हें कहा गया था कि बुनेर कोर्ट मामले की सुनवाई करेगा, लेकिन मामले की सुनवाई स्वात कोर्ट में थी।