भारत के नए उच्चायुक्त ने श्रीलंका में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश किए क्रिडेंशियल
कोलंबो। श्रीलंका में भारत के नए उच्चायुक्त गोपाल बागले ने गुरुवार को वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित एक समारोह में राष्ट्रपति गोतबया राजपक्षे के समक्ष अपने क्रिडेंशियल यानी पहचान, साख प्रस्तुत किया। कोरोना के मद्देनजर भारतीय उच्चायुक्त गोपाल बागले ने राष्ट्रपति से निवेदन किया था कि उन्हें वीडियो कॉन्फ्रेस के जरिए क्रिडेंशियल प्रस्तुत करने का अवसर दिया जाए, जिसे राष्ट्रपति ने स्वीकार कर लिया और वीडियो कॉन्फ्रेंस की व्यवस्था की गई।
भारतीय उच्चायुक्त गोपाल बागले ने कहा कि, यह साख प्रस्तुत करने का एक नया और अभिनव तरीका है। यह चुनौतियों को दूर करने के लिए प्रौद्योगिकी के उपयोग को दर्शाता है। मैं वर्तमान में इंडिया हाउस में आने के बाद निर्धारित स्वास्थ्य प्रोटोकॉल का पालन कर रहा हूं, इसलिए मैं राष्ट्रपति कार्यालय में शारीरिक रूप से नहीं जा सकता था। चुनौतियों से पार पाने के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग भारत के नेतृत्व और प्रधानमंत्री मोदी के दृष्टिकोण के अनुरूप है ताकि विकास के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग किया जा सके और हमारे समय की चुनौतियों का समाधान किया जा सके।
#WATCH "Use of technology (presenting credentials to Sri Lankan President via video conferencing) to overcome challenges is in line with leadership of India, of Prime Minister Modi. I am very fortunate to be India's High Commissioner in Sri Lanka": High Commissioner Gopal Bagley pic.twitter.com/Pk2JepxNLY
— ANI (@ANI) May 14, 2020
उच्चायुक्त ने आश्वासन दिया कि वह भारत और श्रीलंका के बीच संबंधों को अधिक ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए 'निष्ठापूर्वक' काम करेंगे। जो दक्षिण एशिया में और हिंद महासागर क्षेत्र में निकटतम समुद्री पड़ोसी हैं। भारतीय उच्चायुक्त ने कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में भारत और श्रीलंका के मजबूत सहयोग को दोहराया। बता दें कि भारत ने कोरोना वायरस से लड़ाई में अब तक चार चरणों में श्रीलंका को 25 टन से भी ज्यादा मेडिकल मदद पहुंचाई है।
गोपाल बागले भारतीय विदेश सेवा (IFS) 1992 बैच के अधिकारी हैं। उन्हें फरवरी में श्रीलंका में भारत के उच्चायुक्त के रूप में नियुक्त किया गया था। गोपाल बागले इस तैनाती से पहले प्रधानमंत्री कार्यालय में ज्वाइंट सेक्रेटरी थे और प्रधानमंत्री मोदी के साथ विदेश मामलों में काफी करीबी से काम कर रहे थे। बागले विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता भी रह चुके हैं और पाकिस्तान, अफगानिस्तान, ईरान यानी PAI डेस्क के भी ज्वाइंट सेक्रेटरी रह चुके हैं। गोपाल बागले इससे पहले रूस, युक्रेन, लंदन और काठमांडू में भी अलग अलग पद पर तैनात रह चुके हैं।
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