वैश्विक प्रतिस्पर्धा सूचकांक: 10 अंक नीचे गिरकर 68वें स्थान पर भारत, स्वास्थ्य के मामले में काफी नीचे
जेनेवा। वैश्विक प्रतिस्पर्धा सूचकांक की सूची जारी कर दी गई है। इसमें भारत 10 अंक नीचे आकर 68वें स्थान पर आ गया है। वहीं सिंगापुर ने अमेरिका को पीछे छोड़ते हुए प्रथम स्थान हासिल कर लिया है। यानी देश की अर्थव्यवस्था को प्रतिस्पर्धा के हिसाब से 68वां स्थान मिला है।
बीते साल की तुलना में भारत का स्थान दस अंक नीचे आ गया है। ये सूची विश्व आर्थिक मंच ने जारी की है। फोरम ने इस सूची को जारी करते हुए बुधवार को कहा कि भारत मैक्रोइकॉनॉमिक स्थिरता और बाजार के आकार के मामले में उच्च स्थान पर है, जबकि इसका वित्तीय क्षेत्र अपेक्षाकृत नीचे और स्थिर है, बावजूद उच्च विलंब दर के। जो बैंकिंग प्रणाली को कमजोर करने में योगदान देती है।
भारत कॉरपोरेट गवर्नेंस के मामले में 15 वें स्थान पर है, जबकि यह विश्व स्तर पर शेयरधारक गवर्नेंस के मामले में दूसरे स्थान पर है। बाजार के आकार के मामले में, भारत तीसरे स्थान पर है, जबकि इसे अक्षय ऊर्जा विनियमन के लिए समान रैंक मिला है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत भी अपनी विकास की स्थिति से ऊपर उठ रहा है, जो कि नवाचार की बात है, जो कि अधिकांश उभरती अर्थव्यवस्थाओं से आगे है और कई उन्नत अर्थव्यवस्थाओं के बराबर भी है। डब्लूईएफ ने कहा कि स्वस्थ जीवन प्रत्याशा में भारत को कुल 141 देशों में से 109वां स्थान मिला है।
महिला श्रमिक और पुरुष श्रमिकों के 0.26 अनुपात के साथ भारत को 128वां स्थान मिला है। योग्यता और प्रोत्साहन के मामले में भी भारत 118वें स्थान पर है और कौशल के लिए 107वें स्थान पर है। कुल रैंकिंग में, भारत के बाद उसके कुछ पड़ोसी शामिल हैं जिनमें श्रीलंका 84वें स्थान पर, बांग्लादेश 105वें स्थान पर, नेपाल 108वें स्थान पर और पाकिस्तान 110वें स्थान पर है।
शीर्ष दस स्थानों के अंदर आने वाले देश हैं - स्विट्जरलैंड (पहला), अमेरिका (दूसरा), हॉन्गकॉन्ग (तीसरा), नीदरलैंड (चैथा), स्विटजरलैंड (पांचवें) स्थान पर है।
बीते साल भारत का इस वैश्विक सूचकांक में स्कोर 62.0 था, जिसके आधार पर इस देश की अर्थव्यवस्था को प्रतिस्पर्धा के हिसाब से 58वां स्थान दिया गया था। जो साल 2017 के मुकाबले 5 क्रम ऊपर आ गया। यह उछाल जी20 देशों में सबसे बड़ी उछाल मानी गई थी। 2018 में दक्षिण एशियाई देशों के मामले में भारत का स्थान सूचकांक में सबसे ऊंचा रहा था। तब श्रीलंका को 86वां, बांग्लादेश को 103वां, पाकिस्तान को 107वां और नेपाल को 109वां स्थान मिला था।
बता दें वैश्विक प्रतिस्पर्धा सूचकांक (जीसीआई) विभिन्न देशों से प्रतिस्पर्धात्मकता की 12 श्रेणियों के अंतर्गत प्राप्त सूचनाओं के आधार पर तैयार किया जाता है। ये श्रेणियां हैं - संस्थान, अवसंरचना, समष्टिगत आर्थिक पर्यावरण, स्वास्थ्य, प्राथमिक शिक्षा, उच्च शिक्षा एवं प्रशिक्षण, वस्तु बाजार क्षमता, श्रम बाजार कुशलता, आर्थिक बाजार विकास, तकनीकी तत्परता, बाजार का आकार, व्यवसाय परिष्कार एवं नवाचार।