वैक्सीन उत्पादन बढ़ाने के लिए भारत को मिला फ्रांस का बड़ा साथ, इमैनुएल मैक्रों ने G7 से कही दो टूक बात
नई दिल्ली, 11 जून: भारत पिछले कुछ समय से वैक्सीन बनाने की कच्चे सामग्रियों की किल्लत झेल रहा है, जिसके चलते इसके उत्पादन पर असर पड़ा है। अब फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने जी7 के उन देशों से वैक्सीन उत्पादन से जुड़ी सामग्रियों के निर्यात पर पाबंदी हटाने को कहा है, ताकि भारत ज्यादा से ज्यादा वैक्सीन तैयार कर सके और अपनी जरूरतें पूरा करने के बाद अफ्रीका के गरीब देशों को भी सप्लाई कर सके। बता दें कि पिछले दिनों सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की कोविशील्ड वैक्सीन के उत्पादन पर अमेरिका से आने वाले कुछ कच्चे माल के निर्यात में रुकावट से बाधा आई थी। हालांकि, बाद में अमेरिकी सरकार ने इस तरह के प्रतिबंध हटाने का भरोसा दिया था।
वैक्सीन
से
जुड़े
निर्यात
पर
पाबंदी
हटाएं
जी7-
फ्रांस
फ्रांस
के
राष्ट्रपति
इमैनुएल
मैक्रों
ने
कहा
है
कि
जी7
के
कई
देशों
ने
निर्यात
पर
पाबंदी
लगाई
हैं,
जिससे
दूसरे
देशों
में
(वैक्सीन
का)
उत्पादन
ठप
पड़
गया
है
और
कई
बार
इसके
चलते
मध्यम-आय
वाले
देशों
में
प्रोडक्शन
रुक
गया
है,
जबकि
गरीब
देशों
के
लिए
वैक्सीन
उत्पादित
करने
लिए
यह
आवश्यक
है।
उन्होंने
कहा
कि
'मैं
सिर्फ
एक
का
उदाहरण
दूंगा-
भारत।'
वो
बोले-
'भारत,
और
खासकर
के
सीरम
इंस्टीट्यूट
ऑफ
इंडिया
के
वैक्सीन
उत्पादन
में
टीकों
के
लिए
आवश्यक
सामग्री
पर
कुछ
जी7
अर्थव्यवस्थाओं
से
निर्यात
प्रतिबंधों
के
चलते
रुकावट
आई
है।
यह
पाबंदियां
निश्चित
तौर
पर
हटाई
जाएं,
ताकि
भारत
अपने
लिए
और
खासकर
अफ्रीका
में
सप्लाई
करने
के
लिए
ज्यादा
उत्पादन
कर
सके,
जो
कि
इसके
(भारत)
उत्पादन
पर
निर्भर
हैं।
'
वैक्सीन
पेटेंट
को
लेकर
भी
कही
बड़ी
बात
उधर
वैक्सीन
के
पेटेंट
को
लेकर
उन्होंने
कहा
कि
यह
भारत
और
साउथ
अफ्रीका
का
शुरुआती
प्रस्ताव
है,
जिसपर
हमने
काम
किया
है
और
इसपर
हम
अभी
भी
विश्व
स्वास्थ्य
संगठन(डब्ल्यूएचओ)
और
विश्व
व्यापार
संगठन(डब्ल्यूटीओ)
और
सभी
हिस्सेदारों
के
साथ
काम
करना
चाहते
हैं।
उनके
मुताबिक
'लेकिन,
मुझे
उम्मीद
है
कि
इस
जी7
सम्मेलन
में
हम
इसपर
एक
समझौते
पर
पहुंच
जाएंगे।'