ईरान ने स्टेना इंपेरों में बनाए गए भारतीयों के लिए भारत को दिया काउंसलर एक्सेस
तेहरान। ईरान ने भारत को 18 भारतीयों के लिए काउंसलर एक्सेस मुहैया कराया। ईरान ने पिछले दिनों ब्रिटेन के टैंकर स्टेना इंपेरो को बंदी बना लिया है। इस टैंकर पर जो क्रू सवार है उसमें 23 लोग हैं जिसमें से 18 भारतीय हैं। जो खबरें हैं उसके मुताबिक ईरान ने कुल 21 भारतीयों को अभी कैद में रखा है। स्टेना इंपेरो को पिछले शनिवार को ईरान ने अपने कब्जे में लिया था।
नौ भारतीयों को किया गया रिहा
गुरुवार को ईरान ने उन 18 भारतीय क्रू मेंबर्स के लिए काउंसलर एक्सेस मुहैया कराया जो स्टेना इंपेरो पर हैं। एमटी रियाह पर जो भारतीय फंसे हैं उनमें से नौ को रिहा करा लिया गया है। पिछले हफ्ते ईरान ने ब्रिटिश ऑयल टैंकर स्टेना इंपेरो को सीज कर लिया था। स्ट्रेट ऑफ होरमुज से गुजर रहे इस टैंकर के ईरान ने अंतरराष्ट्रीय नियमों के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए सीज किया था।भारतीय दूतावास के अधिकारी काउंसलर एक्सेस मिलते ही 18 भारतीयों से मिलने पहुंच गऐ। टैंकर फिलहाल ईरानी रेवोल्यूशनरी गार्ड के कब्जे में है। स्टेना इंपेरो से अलग ब्रिटेन ने ईरान के ऑयल टैंकर ग्रेस-1 को जिब्राल्टर में बंदी बनाया हुआ है। इस पर क्रू मेंबर्स में से 24 भारतीय हैं। जिब्राल्टर पुलिस अथॉरिटीज ने इसे अपने कब्जे में लिया हुआ है। भारतीय अधिकारियों की ओर से कहा गया है इस पर सवार सभी भारतीय पूरी तरह से सुरक्षित हैं और उन्हें कोई खतरा नहीं है।
अमेरिका और ईरान के बीच तनाव का असर
इन दोनों ही टैंकर्स को अमेरिका और ईरान के बीच जारी तनातनी के चलते कब्जे में लिया गया है। भारतीय अधिकारियों ने ग्रेस-1 पर सवार भारतीय मेंबर्स से मुलाकात की। इन मेंबर्स को भरोसा दिलाया गया है कि सरकार उनकी रिहाई के लिए सभी जरूरी कदम उठा रही है, विदेश मंत्रालय की तरफ से गुरुवार को यह बात कही गई है। ग्रेस-1 को उस समय कब्जे में लिया गया जब वह स्पेन की सीमा से गुजर रहा था। लंदन में भारतीय उच्चायोग की टीम ने ग्रेस-1 पर सवार क्रू मेंबर्स से मुलाकात की। विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन की तरफ से यह जानकारी दी गई। वहीं, तेहरान में दूतावास के अधिकारी स्टेना इंपेरो पर सवार भारतीयों की रिहाई के प्रयासों में लगे हुए हैं।