जब ट्रंप के साथ मीटिंग को बीच में छोड़कर चले गए थे पीएम मोदी, नई किताब में हुआ खुलासा
वॉशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की एक प्रतिक्रिया पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी काफी हैरान थे। ट्रंप ने पीएम मोदी के साथ मुलाकात के दौरान चीन और भारत के बॉर्डर पर टिप्पणी की थी। इस टिप्पणी की वजह से पीएम मोदी को चिंता में डाल दिया था। अमेरिकी अखबार वॉशिंगटन पोस्ट के दो जर्नलिस्ट्स की तरफ से लिखी गई एक किताब में इस घटना का जिक्र है। आपको बता दें कि पिछले दिनों ऐसी खबरें आई थीं कि ट्रंप, फरवरी माह में भारत के पहले दौरे पर आ सकते हैं।
भारत की चिंताओं को किया खारिज
पुल्तिजर पुरस्कार हासिल करने वाले जर्नलिस्ट्स फिलिप रकर और कैरोल डी लियानिंग की किताब, 'ए वेरी स्टेबल जीनियस' में इस घटना का जिक्र किया गया है। किताब के मुताबिक ट्रंप ने भारत की उन चिंताओं को मानने से इनकार कर दिया था जो चीन से सटे बॉर्डर से जुड़ी थीं। ट्रंप ने तो पीएम मोदी को यहां तक कहा था कि भारत, चीन के साथ कोई बॉर्डर साझा नहीं करता है। यह किताब 21 जनवरी को रिलीज होने वाली है। इस किताब में राष्ट्रपति ट्रंप के तीन वर्षों के कार्यकाल का जिक्र है।
पीएम मोदी ने छोड़ दी थी मीटिंग
किताब में लिखा है, 'राष्ट्रपति ट्रंप ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने अपनी भौगोलिक स्थिति के बारे में अज्ञानता का सुबूत तब दिया जब उन्होंने कहा, 'आपकी सीमाएं चीन से नहीं लगी हुई हैं।' किताब की मानें तो ट्रंप की यह बात सुनकर पीएम मोदी के चेहरे के हाव-भाव बदल गए थे। उनकी आंखें हैरानी से फैल गई थीं। किताब में ट्रंप के करीबी के हवाले से लिखा है, 'मोदी वह मीटिंग छोड़कर चले गए थे और उन्होंने कहा था यह 'गंभीर इंसान नहीं है और मैं एक साथी के तौर पर इस पर भरोसा नहीं कर सकता हूं।'
घटना कब की इसका कोई जिक्र नहीं
ट्रंप के करीबी ने यह बात भी कही है कि इसके बाद भारत, अमेरिका के साथ राजनयिक रिश्तों पर एक कदम पीछे चला गया था। इस बात के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है कि यह घटना कब की है। पीएम मोदी और ट्रंप की मुलाकात कई सम्मेलनों और यूनाइटेड नेशंस जनरल एसेंबली (उंगा) से अलग हुई हैं। लेकिन उनकी द्विपक्षीय मुलाकात जून 2017 में हुई थी जब पीएम नरेंद्र मोदी ने व्हाइट हाउस में ट्रंप से मुलाकात की थी। मोदी-ट्रंप आखिरी बार सितंबर में मिले थे और ट्रंप ने ह्यूस्टन में 'हाउडी मोदी' कार्यक्रम में शिरकत की थी।
भारत और चीन के बीच 3,488 किलोमीटर लंबा बॉर्डर
भारत, चीन के साथ 3,488 किलोमीटर का लंबा बॉर्डर साझा करता है। यह बॉर्डर हिमालय की ऊंचा पहाड़ियों और घनी आबादी वाले इलाकों से गुजरता है। 417 पेज की इस किताब के मुताबिक ट्रंप को दिसंबर 1941 में पर्ल हार्बर पर हुए जापान के हमले के बारे में भी कोई ज्यादा जानकारी नहीं है। यह वही हमला था जिसके बाद अमेरिका द्वितीय विश्व युद्ध में शामिल हुआ था। जो टाइटल किताब को दिया गया है कि उसका जिक्र फॉक्स न्यूज पर उस समय हुआ था जब ट्रंप की मानसिक हालत के बारे में चर्चा हो रही थी।