चीन ने भारत से आयात होने वाले ऑप्टिक फाइबर पर एंटी-डंपिंग ड्यूटी बढ़ाई
बीजिंग। भारत और चीन के बीच लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर तनाव कम नहीं हुआ था कि अब दोनों के बीच एक और जंग की शुरुआत हो गई है। भारत और चीन के बीच अब ट्रेड वॉर छिड़ गया है। पिछले कुछ दिनों से दोनों देशों में ऐसे फैसले लिए जा रहे हैं जो व्यापार से जुड़े हुए हैं। गुरुवार को चीन ने भारतीय फाइबर ऑप्टिक पर एंटी-डंपिंग ड्यूटी को बढ़ा दिया है।
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भारत की तरफ से लिए गए कुछ फैसले
चीन की तरफ से यह फैसला तब लिया गया जब भारत ने पिछले तीन माह में चीनी अयातित सामान पर कई तरह के एक्शन लिए हैं। हांगकांग से निकलने वाले अखबार साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की तरफ से बताया गया है कि चीन ने ट्रेड वार छेड़ते हुए भारत में निर्मित ऑप्टिकल फाइबर उत्पादों पर एंटी डंपिंग शुल्क पांच साल के लिए और बढ़ा दिया है। चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने कहा कि उसने भारत में तैयार सिंगिल मोड ऑप्टिकल फाइबर प्रॉडक्ट्स पर एंटी-डंपिंग ड्यूटी को बढ़ा दिया है। नया टैरिफ 14 अगस्त से अगले पांच साल तक के लिए लागू होगा। नए ऑर्डर के तहत भारतीय कंपनियों के ऑप्टिक फाइबर उत्पादों पर 7.4 से 30.6 फीसदी तक टैरिफ लिया जाएगा। चीनी सरकार का मानना है कि अगर वह एंटी-डंपिंग ड्यूटी को खत्म करती है तो फिर यहां की इंडस्ट्रीज को नुकसान होगा। 13 अगस्त, 2014 को भी चीनी सरकार ने भारत से सिंगिल मोड ऑप्टिक फाइबर के आयात पर पांच साल के लिए एंटी डंपिंग शुल्क लगाने का फैसला किया था। यह समय सीमा पिछले वर्ष खत्म हो गई थी। गौरतलब है कि सिंगिल मोड ऑप्टिकल फाइबर के जरिये एक निश्चित वेव लेंथ तक ही सिग्नल भेजा जा सकता है।
ब्लैक टोनर व स्टील पर लगाया टैरिफ
भारत ने भी इससे पहले चीन, मलेशिया और ताइवान से आयातित ब्लैक टोनर पाउडर पर छह महीने के लिए अस्थायी एंटी-डंपिंग टैरिफ लगाने का एलान किया था। भारत सरकार के सोमवार को जारी आदेश के मुताबिक, मलयेशिया से ब्लैक टोनर के आयात पर 1,686 डॉलर प्रति टन, चीन से आयात पर 834 डॉलर और ताइवान से आयातित ब्लैक टोनर पर प्रति टन 196 डॉलर एंटी-डंपिंग शुल्क देना होगा। भारत ने चीन, कोरिया और ताइवान से आने वाले स्टील उत्पादों पर भी एंटी-डंपिंग शुल्क लगाया था। दूसरी ओर चीन से बिगड़ते रिश्तों के बीच भारत की बड़ी तेल कंपनियों ने अपने कच्चे और पेट्रोलियम उत्पादों को लाने और ले जाने में चीन के जहाज और चीनी टैंकरों के प्रयोग को बैन कर दिया है।