टॉप US कमांडर ने चीन पर दिया बड़ा बयान, जापान में विवादित सीमा में सैन्य गतिविधियां बढ़ा रही चीनी सेना
टोक्यो। अमेरिका के एक सीनियर मिलिट्री कमांडर ने चीन को लेकर एक ऐसी टिप्पणी की है जिसका भारत-चीन सीमा विवाद से कोई-लेना देना नहीं है मगर यह बयान ऐसे समय आया है जब उसने विवाद पर चीन की मंशा सामने लाकर रख दी है। अमेरिकी मिलिट्री कमांडर का कहना है कि चीन, कोरोना वायरस को लेकर अपनी कारस्तानी छिपाने के मकसद से क्षेत्रीय दावे को बढ़ा रहा है। अमेरिकी कमांडर का यह बयान साउथ चाइना सी से जुड़ा है।
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चीन की गतिविधियों में आई तेजी
जापान में अमेरिकी सेनाओं के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल केविन श्नाइडर ने कहा है कि साउथ चाइना सी पर चीन की गतिविधियों में तेजी आई है। यहां पर उसकी नेवी के जहाज, कोस्ट गार्ड के जहाज और भारी तादाद में नौसैनिक मौजूद हैं। ये सैनिक दूसरे जहाजों को परेशान कर रहे हैं। उन्होंने कहा, 'कोविड 19 के संकट के दौरान ही हमनें चीन की नौसैनिक गतिविधियों में तेजी देखी है।' ले. जनरल श्नाइडर ने यह बात न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के साथ फोन पर इंटरव्यू के दौरान कही है। उन्होंने यह भी कहा कि चीन ने ईस्ट चाइना सी जहां पर जापान के साथ उसका विवाद चल रहा है, वहां पर भी अपनी गतिविधियां बढ़ा दी हैं।
चीन की हरकतों में होगा इजाफा
श्नाइडर ने अनुमान लगाया है कि चीन की तरफ से अभी इस तरह की गतिविधियों में इजाफा होगा। चीन की मानें तो उसकी तरफ से इस इलाके में जो भी नौसैनिक गतिविधियां हो रही हैं, वे सभी शांतिपूर्ण हैं। टोक्यो में चीनी दूतावास में स्थित प्रेस ऑफिस की तरफ से इस पर कोई भी टिप्पणी अभी नहीं की गई है। जापान वह देश है जहां पर अमेरिकी सेनाओं का एशिया में सबसे बड़ा दस्ता मौजूद है। जापान में अमेरिका की मौजूदगी उसके प्रभाव को और प्रभावशाली बनाती है, जिसमें साउथ चाइना सी भी शामिल है।
साउथ चाइना सी पर किया कब्जा
चीन ने खनिजों से भरपूर साउथ चाइना सी पर अपना मिलिट्री बेस बनाया हुआ है। इसके करीब या फिर इस पर बहने वाले पानी वह अपना अधिकार जताता है। जबकि दूसरे देश जैसे फिलीपींस, वियतनाम और मलेशिया भी इस पर अपना दावा जताते हैं। चीन ने यहां पर 16 अगस्त तक मछली पकड़ने पर एकतरफा बैन लगा दिया है। अमेरिका की तरफ से चीन की इस तरह की आलोचना पहली बार नई है बल्कि पिछले कई बयानों में एक नई कड़ी भर है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का प्रशासन लगातार चीन को कोरोना वायरस की वजह से आड़े हाथों ले रहा है। चीन ने अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप और उनके प्रशासन की तरफ से होने वाली आलोचनाओं को सिरे से नकार दिया है।
सैन्य मौजूदगी को बढ़ाने की कोशिश
कुछ दिनों पहले अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोंपेयो ने भारत-चीन के बीच जारी तनाव के संदर्भ में बड़ा बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि भारत से लगी लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर चीन लगातार सेना बढ़ाने की जो कोशिश कर रहा है, वह इस बात का सुबूत है कि इस तरह से वह कई जगहों पर सैन्य मौजूदगी को बढ़ाना चाहता है। पोंपेयो ने कहा था कि पिछले कई वर्षों से चीन इसी तरह का बर्ताव कर रहा है। चीन पहले अपनी सैन्य क्षमताओं का निर्माण करता है और फिर और ज्यादा आक्रामक तरीके से आगे बढ़ता है। इस दौरान ही उन्होंने साउथ चाइना सी का नाम लिया था।