I-ACE हैकथॉन में बोले पीएम मोदी, सर्कुलर इकोनॉमी से निकलेगा समस्याओं का समाधान
भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि कोविड प्रभावित दुनिया को विपरीत परिस्थितियों से बाहर लाने के लिए भारत और ऑस्ट्रेलिया की साझेदारी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
नई दिल्ली: भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि कोविड प्रभावित दुनिया को विपरीत परिस्थितियों से बाहर लाने के लिए भारत और ऑस्ट्रेलिया की साझेदारी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वेलिडेट्री फंक्शन ऑफ इंडिया ऑस्ट्रेलिया सर्कुलर हेकेथॉन (I-ACE) को संबोधित करते हुए कहा कि हमें अपना कंजप्शन पैटर्न पर ध्यान देने की जरूरत है साथ ही इसे भी देखना जरूरी है कि विश्व इकॉलोजिकल इंम्पैक्ट को कंटेन करने के लिए हम कितना तैयार हैं। पीएम मोदी ने हेकेथॉन में सर्कुलर इकोनॉमी को पर्यावरण और अर्थव्यवस्था संरक्षण की दिशा में बढ़ाया गया एक महत्वपूर्ण कदम करार दिया है।
सर्कुलर इकोनॉमी के धरातल पर आने की खुशी
पीएम मोदी ने I-ACE को संबोधित करते हुए कहा कि 'मुझे दोनों देशों के युवाओं के आत्मविश्वास, उनकी शक्ति और उनकी क्रिएटिविटी पर पूरा भरोसा है कि वो ना सिर्फ भारत और ऑस्ट्रेलिया, बल्कि पूरी दुनिया के विकास में लगातार अपनी महत्वपूर्ण भागीदारी निभा सकते हैं। भारत और ऑस्ट्रेलिया कोविड से लड़ती दुनिया को इससे बाहर लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है'
पीएम मोदी ने I-ACE को संबोधित करते सर्कुलर इकोनॉमी की तरफ बढ़ने पर ध्यान दिया है। सर्कुलर इकोनॉमी के तहत किसी पदार्थ को बनना, उसका इस्तेमाल करना और उसे डिस्पोज कर देना होता है ताकि पर्यावरण संरक्षण हो सके। पीएम मोदी ने कहा कि आज के वक्त में सर्कुलर इकोनॉमी से महत्वपूर्ण कुछ भी नहीं है। पीएम मोदी ने I-ACE को संबोधित करते किसी उत्पाद के रिसाइक्लिंग और दोबारा इस्तेमाल पर भी जोर दिया। पीएम मोदी ने कहा कि अपशिष्ट पदार्थों को समाप्त करने से लेकर संसाधनों के सही तरीके से इस्तेमाल करने को जीवनशैली का आवश्यक हिस्सा बनाना चाहिए। पिछले साल जून महीने में भी पीएम मोदी ने सर्कुलर इकोनॉमी पर हैकथॉन के आयोजन की संभावना पर चर्चा की थी। जिसपर पीएम मोदी ने कहा कि उन्हें खुशी है कि इस विचार को इतनी जल्दी साकार किया गया है।
युवाओं के कंधे पर विकास की जिम्मेदारी
पीएम मोदी ने ऑस्ट्रेलिया इंडिया हैकथॉन को संबोधित करते हुए कहा कि हमारे युवा इनोवेटर्स, स्टार्टअप में अहम साझेदारी निभा सकते हैं। पीएम मोदी ने दोनों देशों के प्रतिभागी युवाओं की प्रशंसा करते हुए कहा कि आज के युवा प्रतिभागियों की ऊर्जा और उत्साह भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बढ़ती द्विपक्षीय साझेदारी का प्रतीक है। पीएम मोदी ने कहा कि इस हैकथॉन के जरिए भारत और ऑस्ट्रेलिया के इनोवेटिव विचारों को सामने लाया गया है और ऐसे विचार सर्कुलर इकोनॉमी को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित करेंगे।
क्या होती है सर्कुलर इकोनॉमी?
सर्कुलर इकोनॉमी एक ऐसी वैकल्पिक व्यवस्था है जो मजबूत होने के साथ साथ इनोवेशन और क्रिएटिविटी से भरा हुआ हो। इस व्यवस्था के तहत संसाधनों का इस्तेमाल नये तरीके से किया जाता है जिससे इकोनॉमी को उछाल मिलता है। इस व्यवस्था के तहत एक प्रोडक्ट का बार बार इस्तेमाल किया जाता है। यानि, प्रोडक्ट के रिसाइक्लिंग पर काफी ज्यादा फोकस किया जाता है ताकि इस्तेमाल होने के बाद वो प्रोडक्ट खराब होकर बर्बाद ना हो। इसके तहत प्रोडक्ट का बार बार इस्तेमाल करने पर जोर दिया जाता है। इसको आप इस तरह से समझ सकते हैं कि किसी कंपनी से निकलने वाले वेस्ट यानि कचरे को रिसाइकिल कर उसका फिर से इस्तेमाल किया जाए। इसी व्यवस्था को सर्कुलर इकोनॉमी कहा जाता है।