आतंकवाद के खिलाफ एक बार फिर रूस ने दिया भारत को अपना समर्थन
मॉस्को। पिछले छह दशकों से ज्यादा समय से भारत के रणनीतिक साझीदार रूस ने एक बार फिर आतंकवाद पर भारत का समर्थन किया है। भारत में रूस के दूतावास की तरफ से इस मसले पर एक बड़ा बयान जारी किया गया है। यह बयान ऐसे समय में आया है जब एक तरफ चीन की तरफ से भारत को लगातार चैलेंज किया जा रहा है तो दूसरी तरफ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह इस समय शंघाई को-आपॅरेशन ऑर्गनाइजेशन (एससीओ) की मीटिंग के लिए राजधानी मॉस्को में हैं।
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आतंकवाद के हर स्वरूप की निंदा
रूस के दूतावास की तरफ से बयान जारी कर कहा गया है कि तीन सितंबर का दिन रूस में आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता प्रदर्शित करने के लिए मनाया जाता है। भारत और रूस एक सुर में आतंकवाद के हर स्वरूप की निंदा करते हैं। दूतावास की तरफ से अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की गई है कि वो आतंकवाद के बचाव और इससे लड़ने के लिए जरूरी कदम उठाए। इसके साथ ही काउंटर-टेररिज्म के उपायों को बढ़ाने पर भी जोर दिया गया है। आपको बता दें कि गुरुवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने रूसी समकक्ष जनरल सर्गेई शोइगू के साथ मुलाकात की है। राजनाथ सिंह ने मुलाकात को बेहतरीन मीटिंग करार दिया है। उन्होंने बताया कि रूस की तरफ से देश की सुरक्षा और रक्षा जरूरतों को पूरा करने के लिए तेजी से मदद मुहैया कराने का वादा किया है। राजनाथ सिंह, बुधवार को मॉस्को पहुंचे हैं। तीन दिन के इस दौरे पर उन्होंने रूस से कई हथियारों की सप्लाई को तेज करने के साथ ही कॉन्ट्रैक्ट के तहत गोला-बारूद और स्पेयर पार्ट्स सप्लाई तुरंत करने पर जोर दिया है। चीन के साथ तनाव के बीच ही भारत और रूस की नौसेनाओं के बीच आज से बंगाल की खाड़ी में वॉर एक्सरसाइज शुरू हो रही है जो चार से पांच सितंबर तक चलेगी।