पुतिन और शी जिनपिंग के खिलाफ एकजुट हो रहा NATO, कहा, चीन है चुनौती, रूस है खतरा
नाटो ने आगे कहा कि बीजिंग प्रमुख तकनीकी और औद्योगिक क्षेत्रों, महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचों और रणनीतिक सामग्री आपूर्ति श्रृंखलाओं को नियंत्रित करना चाहता है।
मैड्रिड ,30 जून : उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन ( NATO) ने चीन को सुरक्षा की दृष्टिकोण से सबसे बड़ा खतरा बताया है। स्पेन की राजधानी मैड्रिड में नाटो शिखर सम्मेलन में सदस्य देश इस 'सबसे बड़ी चुनौती' से निपटने की रणनीति पर चर्चा की। बैठक के दौरन नाटो के महासचिव येंस स्टॉल्टेनबर्ग ने रूस को भी 'सुरक्षा के लिए सीधा खतरा' बताया है। इस बीच नाटो गठबंधन को बड़ा सैन्य हिस्सा प्रदान करने वाले अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि यह शिखर सम्मेलन एक अचूक संदेश भेजेगा कि नाटो मजबूत और एकजुट है।
चीन
और
रूस
के
संबंध
पश्चिमी
देशों
के
हितों
के
खिलाफ
सैन्य
संगठन
ने
बुधवार
को
कहा
कि
चीन
ने
नाटो
को
चुनौती
दी
है
और
उसके
रूस
के
साथ
घनिष्ठ
संबंध
पश्चिमी
देशों
के
हितों
के
खिलाफ
हैं।
नाटो
ने
यह
भी
कहा
कि
सभी
नाटो
सहयोगी
चीन
द्वारा
यूरो-अटलांटिक
सुरक्षा
के
लिए
'व्यवस्थित
चुनौतियों'
का
समाधान
करने
के
लिए
मिलकर
काम
करेंगे
और
साझा
जागरूकता
को
बढ़ावा
देते
हुए
लचीलापन
और
तैयारियों
को
बढ़ाएंगे,
और
चीन
की
"जबरदस्ती
रणनीति"
से
रक्षा
करेंगे।
चुनौती
दे
रहा
है
चीन
नाटो
ने
आगे
कहा
कि
चीन
की
महत्वकांक्षाएं
और
नीतियां
हमारे
हितों,
सुरक्षा
और
मूल्यों
को
चुनौती
देती
हैं।
चीन
अपने
ग्लोबल
फुटप्रिंट
और
प्रोजेक्ट
पावर
को
बढ़ाने
के
लिए
राजनीतिक,
आर्थिक
और
सैन्य
उपकरणों
की
एक
विस्तृत
श्रृंखला
को
नियोजित
करता
है
जबकि
अपनी
रणनीति,
इरादों
और
सैन्य
निर्माण
को
लेकर
अपारदर्शी
रहता
है।
चीन
की
चाल
और
NATO
की
एकता
नाटो
ने
आगे
कहा
कि
बीजिंग
प्रमुख
तकनीकी
और
औद्योगिक
क्षेत्रों,
महत्वपूर्ण
बुनियादी
ढांचों
और
रणनीतिक
सामग्री
आपूर्ति
श्रृंखलाओं
को
नियंत्रित
करना
चाहता
है।
संगठन
ने
कहा,
हम
सुरक्षा
के
लिए
चीन
द्वारा
पेश
की
गई
प्रणालीगत
चुनौतियों
का
समाधान
करने
के
लिए
जिम्मेदारी
से
काम
करेंगे
और
सहयोगियों
को
रक्षा
और
सुरक्षा
की
गारंटी
देने
के
लिए
नाटो
की
स्थायी
क्षमता
सुनिश्चित
करेंगे।
बता दें कि,बहुप्रतीक्षित रणनीतिक अवधारणा, 2010 के बाद पहली, मैड्रिड में एक ऐतिहासिक नाटो शिखर सम्मेलन के दौरान जारी की गई थी जिसमें ऑस्ट्रेलिया, जापान, न्यूजीलैंड और कोरिया की भागीदारी देखी गई थी।
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