PAK: इमरान खान ने शहबाज शरीफ को दिया करारा झटका, उपचुनावों में PTI की बंपर जीत
इमरान खान की पीटीआई ने उपचुनावों में नेशनल असेंबली की सात और पंजाब की तीन सीटों पर चुनाव लड़ा था।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ (shehbaz sharif) को पीटीआई चीफ इमरान खान (Imran Khan) ने बड़ा झटका दिया है। इमरान खान के नेतृत्व वाली पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) ने उपचुनावों (by-elections) में बंपर जीत मिली है। 8 में से 6 सीटों पर जीत दर्ज की है। इस जीत पर पीटीआई के नेताओं ने कहा की यह सब जनता की इच्छा है।
इमरान की जीत से टेंशन में शहबाज शरीफ
इमरान खान की पीटीआई ने उपचुनावों में नेशनल असेंबली की सात और पंजाब की तीन सीटों पर चुनाव लड़ा था। इसमें मर्दन, चारसड्डा, फैसलाबाद, ननकाना साहिब और पेशावर में नेशनल असेंबली की छह सीटों पर जीत दर्ज की। इन सभी सीटों पर पीटीआई प्रमुख इमरान खान ने सत्तारूढ़ गठबंधन को करारी मात दी है। रिपोर्ट के मुताबिक, मुख्य विपक्षी दल ने पंजाब की तीन विधानसभा सीटों में से दो पर जीत हासिल की। इसी जीत के साथ पीटीआई ने सबसे बड़े प्रांत में अपनी स्थिति और अधिक मजबूत कर ली है।
क्या इस हार से बदल जाएगी पाकिस्तान की राजनीति
इमरान खान की इस बड़ी जीत से शहबाज शरीफ की पार्टी के भीतर हार को लेकर मंथन शुरू हो गया है। यह शहबाज की गठबंधन सरकार के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। जिन निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान हुआ उनमें एनए-22 मर्दन-III, एनए-24 चारसड्डा-द्वितीय, एनए-31 पेशावर-वी, एनए-108 फैसलाबाद-आठवीं, एनए-118 ननकाना साहिब-द्वितीय, एनए 157 मुल्तान-IV, एनए-237 मालिर-द्वितीय, एनए-239 कोरंगी और कराची-I शामिल हैं। हालांकि, खान की पार्टी को मुल्तान और मलिर-द्वितीय निर्वाचन क्षेत्र में निराशा हाथ लगी, जहां 2018 में पीटीआई की जीत हुई थी।
इमरान की बंपर जीत
रिपोर्ट के मुताबिक पंजाब की तीन विधानसभा सीटों पीपी-241 बहावलनगर-वी पीपी-209 खानेवाल-7वीं और पीपी-139 शेखपुरा-वी पर उपचुनाव हुए। मतदान के बाद शाम 5 बजे मतगणना शुरू हुई। वहीं, पाकिस्तान चुनाव आयोग (ईसीपी) ने कहा कि उपचुनावों के दौरान आचार संहिता उल्लंघन की कुल 15 शिकायतें मिलीं।
इस जीत से पीटीआई के नेताओं में बड़ा उत्साह
पूर्व क्रिकेटर, इमरान खान ने आठ में से सात सीटों पर चुनाव लड़ा था। उन्होंने छह सीटों पर जीत का बड़ा छक्का जड़ के पाकिस्तान की राजनीति में एक बड़ा इतिहास रच दिया। जीत से उत्साहित इमरान की पार्टी के नेताओं ने देश में जल्द चुनाव कराने की अपनी मांग दोहराई। इसी साल अप्रैल में सत्ता से बाहर हुए इमरान खान लगातार जल्द चुनाव कराने की मांग कर रहे हैं। इस दौरान उन्होंने कई बड़ी रैलियां करके शहबाज शरीफ सरकार को हिलाने की कोशिश की। इमरान की इस जीत ने शहबाज शरीफ की गठबंधन सरकार को बड़ी चिंता में डाल दिया है।