इमरान ख़ान बोले, नरेंद्र मोदी की यह आख़िरी 'ग़लती' होगी
इमरान ख़ान ने कहा कि आज कश्मीर जिस तरह से अंतर्राष्ट्रीय मुद्दा बनकर सामने आया है उतना पिछले 50 सालों में नहीं बना. पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कहा, ''पिछले छह महीनों में कश्मीर तीन बार संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद में गया. ये 1965 के बाद पहली बार हुआ है. ब्रिटेन और अमरीका की संसद में यह मुद्दा उठा. यूरोपीय यूनियन की संसद में कश्मीर का मुद्दा उठा
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने गुरुवार को भारतीय प्रधानमंत्री को चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर मोदी ने फिर से कोई ग़लती की तो यह उनकी आख़िरी ग़लती होगी.
इमरान ख़ान ने पीएम मोदी के अलावा चीफ़ ऑफ आर्मी स्टाफ जनरल बिपिन रावत को भी निशाने पर लिया.
गुरुवार को पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर के मीरपुर में 'कश्मीर एकता दिवस' के मौक़े पर बोलते हुए इमरान ख़ान ने कहा, ''नरेंद्र मोदी आपने कहा है कि भारत 11 दिनों में पाकिस्तान को फ़तह कर लेगा. लगता है कि आपने दुनिया का इतिहास पढ़ा नहीं है. लगता है कि आपकी डिग्री जाली थी. आपने जो यह घमंडी बयान दिया है उसी को देखते हुए मैं ज़रा आपको इतिहास में ले जाता हूं. किसी से इतिहास के बारे में आप जानकारी ले लो.''
पाकिस्तानी पीएम ने कहा, ''दुनिया की दो सबसे ताक़तवर फ़ौजें नेपोलियन की फ़ौज और हिटलर की फ़ौज ने रूस पर हमला कर दिया. उस वक़्त ये दुनिया की सबसे मज़बूत फ़ौजें थीं. इन दोनों को लगा कि ये चंद हफ़्तों का गेम है और फ़तह करके वापस आ जाएंगे. इन्होंने सोचा कि रूस की सर्दी से पहले जीत हासिल कर वापस आ जाएंगे. दोनों फ़ौजे रूस की सर्दी में तबाह हो गईं. दोनों का घमंड चूर हो गया. उन्होंने भी इसे चंद हफ़्तों का गेम समझा था.''
'पाकिस्तान का बच्चा-बच्चा लड़ेगा'
इमरान ख़ान ने कहा, ''पास में ही अफ़ग़ानिस्तान को ले लो. दुनिया की सबसे ताक़तवर फ़ौज 19 सालों से यहां है. इन्हें भी लगा था कि चंद हफ़्ते का गेम है. वियतनाम में भी अमरीकियों को लगा था कि कुछ दिनों का खेल है. नरेंद्र मोदी साहब ये पाकिस्तान के भीतर वो लोग बसते हैं जिनका मज़हब एक तरफ़ ये कहता है कि एक इंसान की हत्या पूरी इंसानियत की हत्या है. एक तरफ़ हमारे अल्लाह का क़ुरान में ये हुक्म है और दूसरी तरफ़ अल्लाह हमें हक्म करता है कि अपनी आज़ादी के लिेए अगर जान क़ुर्बान करते हो तो पैग़ंबरों के बाद अल्लाह दूसरा सबसे बड़ा दर्जा देगा.''
इमरान ख़ान ने कहा, ''कहने का मतलब ये नरेंद्र मोदी कि इस कौम के ऊपर जो आपने और आपके कमांडर इन चीफ़ ने कहा और उस पर आगे बढ़ने की ग़लती की तो ये आख़िरी ग़लती होगी. ये जो पाकिस्तान के 20 करोड़ लोग हैं उनमें से बच्चा-बच्चा जंग लड़ने को तैयार. पाकिस्तान की फ़ौज ने दहशतगर्दी के ख़िलाफ़ जंग जीती है और यह बड़ी-बड़ी फ़ौजें नहीं कर पाती हैं. ये फ़ौज मंझी हुई फ़ौज है. यहां कोई मौत से नहीं डरता है. सच तो यह है कि हिन्दुस्तान के भीतर उनके ख़िलाफ़ नफ़रत बढ़ गई है. मोदी आप ग़लतफ़हमी में मत रहना क्योंकि यह आपकी आख़िरी ग़लती होगी.''
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले महीने 28 जनवरी को कहा था कि पाकिस्तान भारत के ख़िलाफ़ तीन युद्ध हार चुका है और अगर फिर से कोई जंग हुई तो पाकिस्तान एक हफ़्ते से 10 दिनों में हार जाएगा.
पीएम मोदी ने कहा था कि पहले की सरकारें पाकिस्तान के छद्म युद्ध के ख़िलाफ़ फ़ौज को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए अनुमति नहीं देती थीं लेकिन अब खुली अनुमति है. मोदी ने कहा, ''हमने सर्जिकल स्ट्राइक की, एयरस्ट्राइक की ताकि छद्म युद्ध चलाने वालों को सबक़ मिले. इन दो स्ट्राइक से न केवल जम्मू-कश्मीर में शांति आई है बल्कि देश के बाक़ी हिस्सों में भी शांति आई है.''
इससे पहले भारत के सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नारवाने ने कहा था कि अगर संसद ने आदेश दिया तो भारत की सेना पाकिस्तान के नियंत्रण वाले कश्मीर कार्रवाई करने के लिए तैयार है.
'एक हफ़्ते में पाकिस्तान को हरा देगा भारत'
मोदी ने ये बात नई दिल्ली में आयोजित एनसीसी (नेशनल कैडेट कोर) की एक रैली में कही थी. पीएम मोदी ने कहा था कि पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर में प्रॉक्सी वॉर करता रहा लेकिन भारत में पहले की सरकारों ने मुंहतोड़ जवाब नहीं दिया लेकिन अब पाकिस्तान को क़रारा जवाब मिल रहा है.
पीएम मोदी के इसी बयान को लेकर इमरान ख़ान ने गुरुवार को मीरपुर में आयोजित एक रैली में अपनी प्रतिक्रिया दी है. इमरान ख़ान ने कहा कि भारत पाँच अगस्त को दुःस्साहस कर बैठा है और इसका नतीजा उसे मिलेगा. भारत ने पिछले साल पाँच अगस्त को जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा ख़त्म कर दिया था.
इमरान ख़ान ने कहा, ''भारत ने कश्मीर के भीतर हमारे 80 लाख लोगों को क़ैद कर रखा है. उन 80 लाख लोगों के साथ पूरा पाकिस्तान खड़ा है. आज हम उनको ये पैग़ाम देना चाहते हैं कि अल्लाह ने कहा है कि हर मुश्किल के बाद अच्छे दिन आते हैं. मैं आपको यही पैग़ाम दे रहा हूं. कश्मीरियों के लिए बड़ा अच्छा वक़्त आने वाला है. नरेंद्र मोदी ने जो छह महीने पहले हिमाक़त की वो उनकी अकल पर पर्दे पड़ने का नतीजा है. नरेंद्र मोदी ने पाँच अगस्त को घमंड में क़दम उठाया. ऐसा इंसान घमंड में ही करता है.''
कश्मीर का अंतर्राष्ट्रीयकरण
पाकिस्तानी पीएम ने कहा, ''मोदी ने जो किया है उसका नतीजा कश्मीर की आज़ादी है. पाँच अगस्त से पहले दुनिया में कश्मीर का कोई नामलेवा नहीं था. यहां तक कि पाकिस्तान के लोग भी दुनिया में कश्मीर के बारे में बात नहीं करते थे. दुनिया भी कश्मीर को भूल गई थी. लेकिन इन छह महीनों में कश्मीर का जितना अंतर्राष्ट्रीयकरण हुआ है उतना कभी नहीं हुआ. इससे पहले भारत कश्मीर को अंदरूनी मसला बताता था. लेकिन मोदी ने चुनाव जीतने के बाद घमंड में उसने पाँच अगस्त दो क़दम उठाया उससे कश्मीर की आज़ादी का रास्ता और आसान हो गया है.''
इमरान ख़ान ने कहा, ''बालाकोट में घमंड में भारत ने हमारे पेड़ शहीद किए और कहने लगा कि पाकिस्तान के साढ़े तीन सौ दहशतगर्द मार दिए हैं. बड़ी-बड़ी मूंछों वाला उनका पायलट गिरा तो तुरंत वापस कर दिया. हम जंग नहीं चाहते हैं. हमने ईरान और सऊदी के बीच अमन कायम करने की कोशिश की. लेकिन नरेंद्र मोदी ने अपने चुनावी कैंपेन में पाकिस्तान विरोधी अभियान चलाया. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने डरकर पायलट को वापस कर दिया. जब भी किसी कैंपेन में नफ़रत फैलाकर वोट लेते हैं तो जीतने के बाद हमेशा तबाही आती है.''
'इंसानों का समंदर'
इमरान ख़ान ने कहा कि आज कश्मीर जिस तरह से अंतर्राष्ट्रीय मुद्दा बनकर सामने आया है उतना पिछले 50 सालों में नहीं बना. पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कहा, ''पिछले छह महीनों में कश्मीर तीन बार संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद में गया. ये 1965 के बाद पहली बार हुआ है. ब्रिटेन और अमरीका की संसद में यह मुद्दा उठा. यूरोपीय यूनियन की संसद में कश्मीर का मुद्दा उठा और कर्फ़्यू ख़त्म करने की मांग की गई.''
पाकिस्तानी पीएम ने कहा कि वो दुनिया भर में कश्मीर का मुद्दा उठ रहे हैं. उन्होंने कहा, ''पाँच अगस्त के बाद मैंने जितने नेताओं से मुलाक़ात की उन सबसे कश्मीर पर बात की. मैंने ट्रंप से इस मुद्दे पर तीन बार बात की. रूस, फ़्रांस और जर्मनी को समझाया कि भारत कश्मीर में क्या कर रहा है. कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो को समझाया कि वहां क्या हो रहा है. पूरी दुनिया कश्मीर के बारे में जान गई है. आरएसएस का उद्देश्य था कि कश्मीरियों को डराकर उन्हें फ़ैसला मानने पर मजबूर कर दो लेकिन ऐसा नहीं हो पाया. मुझे लग रहा है कि कश्मीर का अच्छा वक़्त आ गया है. जिस दिन कर्फ़्यू हटेगा उस दिन इंसानों का समंदर निकलेगा और एक ही आवाज़ आएगी- आज़ादी.''
इमरान ख़ान ने कहा, ''अल्लाह कहता है कि वो हर मुश्किल के बाद आसानी पैदा करता है और उस आसानी का वक़्त कश्मीर में आ गया है.''