इमरान खान देंगे अफगानिस्तान और बांग्लादेश के शरणार्थियों को नागरिकता
कराची। प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक बड़ा फैसला लेते हुए अफगानिस्तान और बांग्लादेश के शरणार्थियों को पाकिस्तान की नागरिकता देने का ऐलान किया है। इमरान खान ने कहा कि जिन शरणार्थियों बच्चों का जन्म पाकिस्तान की धरती पर हो रहा है, उन्हें यहां की नागरिकता प्रदान की जाएगी। यूनाइटेड नेशंस हाई कमिश्नर फॉर रिफ्यूजी (यूएनएचसीआर) के अनुसार, पाकिस्तान में 10 लाख से ज्यादा रजिस्टर्ड रिफ्यूजी है, जिनमें से ज्यादातर लोग यहां पिछले 30 सालों से रह रहे हैं।
पाकिस्तान में 2,00,000 से ज्यादा बांग्लादेशी शरणार्थी भी रह रहे हैं, जिसमें से ज्यादातर लोग कराची में रहते हैं। पाकिस्तान में बांग्लादेशी शरणार्थी 1971 युद्ध के वक्त पलायन हो गए थे। वहीं, अफगान शरणार्थी दशकों से पाकिस्तान में रहे हैं, जिन्होंने 1971 में सोवियत आक्रमण के दौरान अपना मुल्क छोड़ दिया था। हालांकि, 2001 में जब अमेरिका ने अफगानिस्तान में दखल दिया, तभी से बड़ी संख्या में अफगानिस्तान के लोगों ने अपना मुल्क छोड़ा है।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने शरणार्थियों के मुद्दे पर बड़ा फैसला लेते हुए कहा, 'बांग्लादेश से आये ये गरीब शरणार्थी 40 से अधिक वर्षों से यहां रहे हैं, उनके बच्चे अब बड़े हो रहे हैं। हम उन्हें पासपोर्ट और आईडी कार्ड देंगे, साथ ही साथ उन अफगानी बच्चों को भी पाकिस्तान की नागरिकता दी जाएगी जो हमारे मुल्क में बड़े हो रहे हैं। यह दुनिया के हर देश में होता है, हम इन लोगों के साथ यहां क्यों अन्याय करे।'
पाकिस्तान का कानून यह अधिकार देता है कि अगर कोई शरणार्थी उनके मुल्क में अपने बच्चे को जन्म देता है, तो उस बच्चे को पाकिस्तानी नागिरकता दी जाएगी। इस बीच इमरान खान के इस फैसले को यूएनएचसीआर ने स्वागत किया है।
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