अगर आपको भी होता है सिरदर्द, तो यह कोरोना संक्रमण की निशानी हो सकती हैः रिपोर्ट
नई दिल्ली। साढ़े तीन करोड़ से अधिक लोगों की संक्रमित कर चुका नोवल कोरोनावायरस महामारी अब तक दुनिया भर के देशों के साढ़े 10 लाख से अधिक लोगों की जान ले चुका है। दिसंबर 2019 में चीन के वुहान सिटी में पैदा हुआ कोरोना वायरस अब तक संक्रमित मरीजों के हृदय और फेफड़े जैसे महत्वपूर्ण अंगों को प्रभावित करने के लिए जाना जाता है, लेकिन अब इसके दायरे में मस्तिष्क भी जुड़ गया हैं।
" />कोरोना से अब इंसानों को बचाएंगे घोड़े, पशु व्युत्पन्न एंटीबॉडी के क्लीनिकल ट्रायल को मिली मंजूरी
कोविद-19 के लिए विशेष रूप मनुष्य का मस्तिष्क सबसे कमजोर कड़ी है
एक ताजा शोध की मानें तो शोध में पाया गया कि कोविद -19 के लिए विशेष रूप मनुष्य का मस्तिष्क सबसे कमजोर कड़ी है, जो सर्वाधिक और गंभीर रूप से प्रभावित हो सकती है। नए शोध अध्ययन से संकेत मिला है कि मामूली या हल्का सिरदर्द वायरस के संबंध में एक न्यूरोलॉजिकल लक्षण हो सकता है। यानी अगर किसी को कोरोना काल में सिरदर्द सामान्य घटना लगता है, तो सचेत होने का समय है, क्योंकि यह कोरोना संक्रमण का संकेतक हो सकता है।
आमतौर पर तनाव भरे दिन के बाद लोगों को सिरदर्द होता है
गौरतलब है आमतौर पर तनाव भरे दिन के बाद लोगों को सिरदर्द होता है या अगर कोई अप्रिय चीज आपको परेशान कर रही है, तो सिरदर्द होना सामान् घटना को द्योतक है, लेकिन कोरोना काल के दिनों में अब यह शायद सामान्य नहीं रह गया है। जी हां, आपका धड़कता हुआ सिर एक बिगड़ते कोरोना मामले का संकेतक हो सकता है।
सिरदर्द के बारे में अध्ययन में सामने आए चौंकाने वाले तथ्य
रिपोर्ट कहती है कि गत 5 अक्टूबर को एनल्स ऑफ क्लिनिकल एंड ट्रांसलेशनल न्यूरोलॉजी जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन में शिकागो के विभिन्न नॉर्थवेस्टर्न मेडिसिन अस्पतालों में 509 कोरोनावायरस रोगियों के बीच किया गया एक सर्वेक्षण में पता चला कि इनमें से लगभग 38 फीसदी रोगियों ने कोरोना बीमारी के दौरान सिरदर्द का अनुभव किया था। यानी संक्रमण के दौरान मरीजों ने न्यूरोलॉजिकल लक्षणों की अधिक संभावना रखते थे।
यह संयुक्त राष्ट्र अमेरिका में अपनी तरह का यह पहला अध्ययन है
नॉर्थवेस्टर्न मेमोरियल हॉस्पिटल में न्यूरो कोविद -19 क्लिीनिक की देखरेख करने वाले अध्ययन के सह-लेखक और एमडी इगोर कोरालनिक ने बताया कि यह संयुक्त राष्ट्र अमेरिका में अपनी तरह का यह पहला अध्ययन है। चीन और यूरोप में ऐसे केवल दो अन्य प्रकाशित शोध पत्र हैं, जिनमें हॉस्पिटलाइज्ड कोविद -19 रोगियों में न्यूरोलॉजिकल अभिव्यक्तियों के बारे में बताया गया है।
82 % कोरोना पीड़ित रोगियों ने न्यूरोलॉजिकल लक्षणों का अनुभव किया
अध्ययनों में बताया गया है कि लगभग 82 फीसदी कोरोना पीड़ित रोगियों ने न्यूरोलॉजिकल लक्षणों का अनुभव किया। 43 फीसदी ने प्रारंभिक अवस्था में लक्षणों का अनुभव किया जबकि 63 फीसदी ने अस्पताल में रहने के दौरान न्यूरोलॉजिकल लक्षणों का सामना किया। इसलिए इन संख्याओं से संकेत मिलता है कि सिरदर्द सबसे सामान्य न्यूरोलॉजिकल कोविद -19 लक्षणों में से एक है, जो आपको तुरंत अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत की संकेतक हो सकती है। अध्ययन में आगे कहा गया है कि न्यूरोलॉजिकल अभिव्यक्तियों वाले मरीजों ने लंबे समय तक अस्पताल में भर्ती रहना पड़ा।