आकाश मेहता पर हुए आतंकी हमले को लेकर UN को लिखा गया पत्र, पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद का है जिक्र
जेनेवा। हाल ही में जम्मू-कश्मीर के अंदर श्रीनगर में एक कृष्णा ढाबा मालिक के बेटे आकाश मेहता पर आतंकियों ने हमला किया था। उस हमले में वो लड़का गंभीर रूप से घायल हो गया था। 10 दिन तक उस लड़के का इलाज चलता रहा, लेकिन 11वें दिन उस लड़के की मौत हो गई। अब इस घटना का जिक्र करते हुए एक प्रोफेसर फर्नांड डी वर्नेरस ने संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार कार्यालय को पत्र लिखा है। इस पत्र में उन्होंने कश्मीर में चलने वाले पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद की ओर UN का ध्यान खींचने की कोशिश की है। साथ ही उन हमलों का जिक्र किया है, जिसमें जम्मू-कश्मीर में हिंदू समुदाय के लोगों को निशाना बनाया जा रहा है।
हिंदू होने की वजह से आकाश पर हुआ था हमला- ह्यूमन राइट्स एक्टिविस्ट
अक्सर हिंदू समुदाय के हित में आवाज उठाने वाले प्रोफेसर ने अपने पत्र में लिखा है कि 17 फरवरी को जो हमला कश्मीर में हुआ था, वो काफी सुरक्षित स्थान पर हुआ था। पत्र में प्रोफेसर ने कहा कि उस हमले से कुछ दूर ही पुलिस स्टेशन और UN के पर्यवेक्षकों का कार्यालय था। प्रोफेसर ने कहा है कि ये वाकई दुख की और चौंकाने वाली बात है कि इस नौजवान की जान पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकवादी संगठनों ने ले ली और वो भी इसलिए क्योंकि वो लड़का मुसलमान नहीं था।
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